भोपाल में महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरंगा लहराकर किया दो लाख महिलाओं को संबोधित, इंदौर मेट्रो व नए एयरपोर्ट्स का किया वर्चुअल शुभारंभ

भोपाल । राजधानी के जंबूरी मैदान में आयोजित महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन ऐतिहासिक उत्साह और सहभागिता का प्रतीक बन गया। आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब दो लाख महिलाओं को संबोधित किया और देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। यह सम्मेलन ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद आयोजित पहला महिला महाकुंभ था।
तिरंगा थामकर महिलाओं को किया नमन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुली जीप में सवार होकर जंबूरी मैदान पहुंचे और मंच पर चढ़ते ही तिरंगा थामकर लहराया, जिससे पूरा मैदान “भारत माता की जय” के नारों से गूंज उठा। उन्होंने सबसे पहले लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
महिलाओं ने सिंदूरी साड़ियों में दी एकजुटता की मिसाल
सम्मेलन में ऑपरेशन सिंदूर के सम्मान में महिलाएं सिंदूरी रंग की साड़ियाँ पहनकर शामिल हुईं, जो सामाजिक एकजुटता और महिला जागरूकता की अद्वितीय मिसाल थी। प्रधानमंत्री ने इन महिलाओं से संवाद भी किया और उनकी सहभागिता की सराहना की।
विशेष भेंट और सम्मान
मंच पर प्रधानमंत्री को कई सांस्कृतिक एवं स्थानीय उपहार भेंट किए गए:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पगड़ी पहनाई और बैतूल निर्मित पुष्पक विमान भेंट किया।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने जरी जरदोजी से निर्मित अहिल्याबाई का चित्र सौंपा।
भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने ताना-बाना कलाकृति भेंट की।
समाजसेवी ज्ञानेश्वरी देवी, पद्मश्री प्राची यादव, सरपंच अर्थी पटेल व अन्य महिलाओं ने स्थानीय कलाकृतियाँ भेंट कीं।
डॉ. जयमती कश्यप (बस्तर की जनजातीय कलाकार) ने काव्य प्रस्तुति दी।
स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी
प्रधानमंत्री ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की स्मृति में विशेष डाक टिकट का विमोचन किया और भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा 300 रुपये मूल्य का स्मारक सिक्का जारी किया गया। यह देश का पहला ₹300 मूल्य का सिक्का है।
तीन नई परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण
1. इंदौर मेट्रो रेल परियोजना का सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर (6 किमी) वर्चुअली शुरू किया गया।
2. दतिया और सतना एयरपोर्ट का लोकार्पण कर क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा मिला।
3. 483 करोड़ रुपये लागत के 1271 अटल ग्राम सेवा सदन भवनों की आधारशिला रखी गई।
अहिल्याबाई होल्कर पर आधारित फिल्म का प्रदर्शन
इस अवसर पर अहिल्याबाई होल्कर के जीवन और शासन पर आधारित विशेष डॉक्यूमेंट्री फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया, जिसमें उनके सुशासन, महिला हितों और सांस्कृतिक कार्यों को दर्शाया गया।
पीएम मोदी ने किया 300 रुपए का विशेष सिक्का और डाक टिकट जारी
भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के पावन अवसर पर राजधानी भोपाल में राज्य स्तरीय महिला महासम्मेलन का भव्य आयोजन किया। इस ऐतिहासिक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने अहिल्याबाई होलकर के योगदान को नमन करते हुए कहा कि वे महिला नेतृत्व, न्यायप्रियता और प्रशासनिक दक्षता का प्रतीक थीं, जिनकी प्रेरणा आज भी जनसेवा और शासन के कार्यों में देखी जा सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने की लोकमाता के योगदान की सराहना
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देवी अहिल्याबाई ने इंदौर को संवेदनशील, न्यायसंगत और सांस्कृतिक नगर के रूप में स्थापित किया। उन्होंने अपने शासन में शिक्षा, धर्म, न्याय और महिला कल्याण को प्राथमिकता दी। उनके सुशासन के मंत्र को अपनाते हुए प्रदेश में लाडली बहना योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना जैसी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
सामाजिक समरसता की प्रतीक रहीं अहिल्याबाई
अहिल्याबाई होलकर ने अपने शासनकाल में जाति, वर्ग और लिंग के भेदभाव को मिटाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए। उन्होंने काशी, गया, द्वारका, सोमनाथ और रामेश्वरम जैसे धार्मिक स्थलों पर मंदिरों का निर्माण कर धार्मिक एकता और सांस्कृतिक संरक्षण को बढ़ावा दिया। आज प्रदेश में सामाजिक समरसता की जो नीति अपनाई जा रही है, उसकी नींव भी उन्हीं के आदर्शों पर आधारित है।
300 रुपए का विशेष स्मारक सिक्का हुआ जारी
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने देश का पहला 300 रुपए मूल्यवर्ग का स्मारक सिक्का भी जारी किया। यह सिक्का 35 ग्राम वजनी है और इसमें 50त्न चांदी की मात्रा है। सिक्के की एक ओर लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की छवि है, जिसके ऊपर हिंदी में और नीचे अंग्रेजी में अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती अंकित है। बाईं और दाईं ओर 1725-2025 लिखा गया है। दूसरी ओर अशोक स्तंभ, ? प्रतीक चिन्ह और भारत हिंदी एवं अंग्रेजी में अंकित हैं। यह भारत का पहला ऐसा सिक्का है जिसका मूल्यवर्ग ?300 रखा गया है।
विशेष डाक टिकट का भी विमोचन
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई की स्मृति में विशेष डाक टिकट भी जारी किया। यह डाक टिकट उनके 300 वर्षों के योगदान को अमर बनाता है और आने वाली पीढय़िों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया दतिया और सतना एयरपोर्ट का वर्चुअल लोकार्पण, उड़ान सेवा से जुड़े श्रद्धा और विकास के नए आयाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय महिला महासम्मेलन के दौरान दतिया और सतना एयरपोर्ट का वर्चुअल लोकार्पण किया। इन दोनों आधुनिक हवाई अड्डों की शुरुआत से मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यापार के नए द्वार खुलेंगे।
दतिया एयरपोर्ट से विकास को मिलेगी नई उड़ान
60 करोड़ रुपये की लागत से बने दतिया एयरपोर्ट का लोकार्पण वर्चुअल माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने किया। यह एयरपोर्ट 124 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें 1.81 किलोमीटर लंबा रनवे, दो चेक-इन काउंटर, और 50 कारों की पार्किंग की सुविधा है। एयरपोर्ट से श्रद्धालुओं को आने-जाने में सुविधा मिलेगी, क्योंकि दतिया एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। फ्लाई बिग एयरलाइन की 19 सीटर विमान सेवा हफ्ते में चार दिन संचालित होगी।
गर्मी के मौसम को देखते हुए ह्रक्रस् पैकेट, अस्थायी अस्पताल, ट्रॉमा सेंटर, मेडिकल सुविधा, साफ-सफाई, पेयजल, सुरक्षा, टेंट, एम्बुलेंस, और पार्किंग जैसी व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की गई हैं।
सतना एयरपोर्ट से विंध्य क्षेत्र को मिलेगी उड़ान
37 करोड़ रुपये की लागत से सतना की पुरानी हवाई पट्टी को आधुनिक एयरपोर्ट में बदला गया। यह कार्य 31 अक्टूबर 2024 को रिकॉर्ड समय में पूर्ण हुआ और 20 दिसंबर 2024 को डीजीसीए ने लाइसेंस जारी किया। 1200 मीटर लंबे रनवे पर 19 सीटर विमान की सुविधा उपलब्ध रहेगी। यहां पर एक समय में दो विमानों की पार्किंग, 750 वर्गमीटर का टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी टावर, वीआईपी लाउंज, विशेष जरूरतमंदों के लिए सुविधाएं उपलब्ध है। यहां पर निर्मित 5.5 किमी लंबी बाउंड्री वॉल सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करती है। यह एयरपोर्ट सतना सहित सम्पूर्ण विंध्य क्षेत्र के लिए औद्योगिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य और पर्यटन क्षेत्रों में नए अवसरों का निर्माण करेगा।
इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर का किया शुभारंभ
देश का सबसे स्वच्छ शहर अब स्मार्ट परिवहन व्यवस्था की ओर कदम बढ़ा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर मेट्रो रेल परियोजना के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर का वर्चुअल शुभारंभ किया। इस ऐतिहासिक क्षण के साथ ही इंदौर एक नए युग में प्रवेश कर रहा है, जहां स्मार्ट शहर की परिकल्पना अब धरातल पर साकार हो रही है।
सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर आधुनिकता का प्रतीक
इंदौर मेट्रो के येलो लाइन के अंतर्गत लगभग 6 किलोमीटर लंबे सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर का उद्घाटन किया गया। इसमें गांधीनगर स्टेशन,सुपर कॉरिडोर 6,सुपर कॉरिडोर 5,सुपर कॉरिडोर 4,
सुपर कॉरिडोर 3 स्टेशन शामिल हैं। यह कॉरिडोर शहर में यातायात दबाव और वायु प्रदूषण को कम करेगा, और यात्रियों को आरामदायक, तेज और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन का अनुभव देगा। यह इंदौर को तकनीकी और भौगोलिक दोनों ही दृष्टियों से स्मार्ट सिटी की दिशा में आगे ले जाएगा।
इंदौर मेट्रो परियोजना भविष्य की नींव
इंदौर मेट्रो लाईन 31.32 किलोमीटर तक बनाई गई है जिसमें 22.62 किमी एलेवेटेड और 8.7 किमी भूमिगत हैं । इस परियोजना में 28 स्टेशन जिसकी लागत लगभग 7500 रुपए करोड़ शुभारंभ किया गया। यहां पर बने कॉरिडोर की लंबाई 6 किमी, है जिंसकी लागत 1520 करोड़ रुपए है। यह परियोजना इंदौर को हरित, स्मार्ट और तेजगति से जुड़ा हुआ शहर बनाने में मदद करेगी।
ग्राम पंचायतों को मिला अटल ग्राम सुशासन भवन का तोहफा
इसी अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा 483 करोड़ रुपये की लागत से 1271 ‘अटल ग्राम सुशासन भवन’ के निर्माण हेतु प्रथम किश्त का अंतरण भी किया गया। इससे ग्राम पंचायतों को स्थायी प्रशासनिक भवन मिलेंगे। रिकॉर्ड प्रबंधन, बैठकों के आयोजन और सामाजिक विकास कार्यों में सुविधा होगी। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों को सशक्त और सुशासित बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।















