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गुजरात का जंगली गधा और गुजरती गिद्ध  – ?


वैसे तो भारत में भारत में बड़े और छोटे आकार के गधे आम हैं। बड़े आकार के गधे रंग में हल्के भूरे रंग के होते हैं। छोटे आकार वाले काले रंग से भूरे रंग के होते हैं। इसके अलवा दो जंगली गधों की प्रजातियां भी पाई जाती हैं।जिनमें से एक प्रजाति खर है, जो कि विलुप्त होने के कगार पर हैं। वहीं कियांग जंगली गधे की आबादी तिब्बत, चीन, नेपाल और भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में व्यापक रूप से वितरित है। जंगली गधे कियांग की विभिन्न श्रेणियों में तीन उप प्रजातियां हैं। हालांकि इनका वर्गीकरण अभी भी विवादास्पद और अनिश्चित है।  2010   में पोइतु गधे से एआई का मानकीकरण कर लिया गया। इसके अलावा देश में स्वदेशी नस्लों के घोड़े और गधों के लिए अभयारण्य का निर्माण 2010 में किया गया।


आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और अन्य राज्यों में गधे के पालन करने वाले लोगों के कुछ अलग गांव हैं। भारतीय मेले का महत्व गधों के बिना अधूरा है। कुछ विशेष मेले तो केवल गधों  के लिए ही आयोजित होते हैं, जैसे कि बाराबंकी मेला या देवा मेला, जो हर वर्ष अक्टूबर में पूर्णिमा से लगभग एक सप्ताह पहले लखनऊ के पास देवा शरीफ शहर में आयोजित होता है। धौलेरा के पास साबरमती और वाटरक नदियों के संयोजन पर वाउथा गांव में पांच दिनों के लिए मेला आयोजित होता है, जो भारत का सबसे बड़ा गधा मेला है। इसी प्रकार मध्यप्रदेश का उज्जैन भी गधो के मामलो पीछे नहीं है साथ ही राजस्थान के सोनपुर, भावगढ़ बंध्या (जयपुर), पुष्कर, नागौर, झालावाड़, गंगापुर (भीलवाड़ा), कोलायत मेला (बीकानेर) और आगरा के पास बटेश्वर मेला। इसके अलावा भारत के अन्य कम ज्ञात मवेशी मेले जैसे कि काराउली पशु मेला, नलवारी पशु मेला, कुंडा मेला, रामदेव मवेशी मेला और कुलकुंडा पशु मेला आदि भी लगते हैं, जहां गधों का विशेष महत्व है?

गुजरात के कच्छ के रण में स्थित जंगली गधा अभ्यारण्य भारत का सबसे बड़ा अभ्यारण्य है। यह अभ्यारण्य 4954 किमी क्षेत्र में फैला है। इसमें विभिन्न प्रजाति के जंतु और पक्षी पाए जाते हैं, जिनमें जंगली गधे की लुप्तप्राय प्रजाति के साथ-साथ चिंकारा, कैराकल्स और एशिया के विशालतम नीलगाय देखे जा सकते हैं। अभ्यारण्य में इनकी संख्या लगभग 3000 है।

लेकिन इस अभ्यारण  में गधो के साथ गिद्ध भी पाए जाते है जी 2014 के बाद से लगातार गिद्धों की संख्या बढ़ती चली जा रही है और उच्च कोटि के गधे कम होते जा रहे जैसे जंगली गधा गधो का राजा है वैसे ही किंग वल्चर गिद्धों का राजा है ये दोनों प्रजाति सिर्फ गुजरात में ही पाई जाती है ?

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