
भारत की आर्थिक चमक ने दुनिया को किया हैरान
नई दिल्ली। दिवाली 2025 भारत के लिए सिर्फ रोशनी और उत्सव का प्रतीक नहीं रही, बल्कि इस बार यह आर्थिक उत्सव बन गई। पूरे देश में धनतेरस और दिवाली की खरीदारी ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। एक ही दिन में देशभर के उपभोक्ताओं ने 46 टन सोना खरीदा, जिसकी कीमत लगभग 60,000 करोड़ रुपए आँकी गई है। इसके साथ ही 15,000 करोड़ रुपए की चांदी की बिक्री दर्ज की गई, जबकि ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी बंपर बिक्री देखने को मिली और 6 लाख से अधिक वाहन सड़कों पर उतर गए।
विशेषज्ञों का मानना है कि ये आंकड़े भारत की तेजी से बढ़ती क्रय शक्ति, उपभोक्ता विश्वास और मजबूत अर्थव्यवस्था का प्रतीक हैं। खुदरा बाज़ार, ज्वेलरी उद्योग और ऑटो सेक्टर में आई ये उछाल दर्शाती है कि भारत की घरेलू मांग अब वैश्विक अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने में सक्षम है। ऐसे में जब कुछ विश्लेषक भारत को Dead Economy कहने की भूल कर रहे थे, तब ये रिकॉर्ड तोड़ आंकड़े साफ़ संदेश दे रहे हैं, भारत न सिर्फ जीवंत है, बल्कि दुनिया की सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है।