नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मेडिकल कॉलेजों में चल रही कथित रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के बड़े नेटवर्क पर एक बड़ा शिकंजा कसा है। देश के 10 राज्यों में एक साथ छापेमारी कर जांच एजेंसी ने व्यापक स्तर पर सबूत जुटाने की कार्रवाई शुरू की है। यह पूरे मामले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार 15 से अधिक स्थानों पर तलाशी की गई है, जो सीधे तौर पर विभिन्न मेडिकल कॉलेजों, उनके अधिकारियों और कई सरकारी अधिकारियों से जुड़े हैं। यह छापेमारी कथित रूप से एडमिशन प्रक्रिया, मान्यता, इंस्पेक्शन और अन्य शैक्षणिक अनुमतियों में रिश्वत लेकर अनियमितताएं करने की शिकायतों को लेकर की गई है।
यह कार्रवाई सीबीआई की 30 जून 2025 की एफआईआर के आधार पर की गई, जिसमें मेडिकल शिक्षा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, फर्जी निरीक्षण और अवैध लेन-देन का आरोप लगाया गया था। CBI की FIR में यह भी उल्लेख किया गया था कि रिश्वतखोरी का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है, जिसके बाद ED ने मनी लांड्रिंग की आशंका को देखते हुए प्रवर्तन कार्रवाई शुरू की। ED अधिकारियों का कहना है कि कई डिजिटल दस्तावेज़, संदिग्ध लेन-देन के रिकॉर्ड, कैश और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं। जांच एजेंसी अब इन दस्तावेज़ों को खंगालते हुए यह पता लगाने में जुटी है कि रिश्वत के धन का इस्तेमाल कहां और कैसे किया गया। जांच जारी है और आने वाले दिनों में और भी खुलासे होने की संभावना है।
ईडी की बड़ी कार्रवाई: मेडिकल कॉलेजों में रिश्वतखोरी नेटवर्क पर देशभर में शिकंजा
