बिहार । भारतीय धरोहर और आस्था के प्रतीक, मां सीता के जन्मस्थान, सीतामढ़ी में एक भव्य मंदिर की नींव रखी जा रही है। यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व का प्रतीक होगा, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और इतिहास के समृद्ध विरासत को भी दर्शाएगा।
रामायण रिसर्च काउंसिल के अधीन, इस परियोजना का उद्देश्य मां सीता की 251 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण करना है⁴। इस अद्वितीय प्रतिमा के माध्यम से, सीतामढ़ी को एक शक्ति-क्षेत्र के रूप में विकसित करने की योजना है, जो नारी शक्ति और त्याग की प्रतीक होगी।
‘सीता-संवाद’ कार्यक्रम के तहत, इस पवित्र स्थल पर एक विशाल और भव्य मंदिर का निर्माण किया जाएगा, जिससे यह स्थान न केवल भक्तों के लिए, बल्कि विश्व भर के पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र बन जाएगा।
इस पहल के माध्यम से, भारतीय संस्कृति के प्रति आदर और भक्ति की भावना को बढ़ावा देने का लक्ष्य है, और साथ ही, इसे एक वैश्विक पहचान प्रदान करना है।