भोपाल में WCRMS की 22वीं वार्षिक आम बैठक संपन्न, रेलवे कर्मचारियों की लंबित मांगों और 8वें वेतन आयोग पर चर्चा

Bhopal । वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ (WCRMS), जो नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन (NFIR) का सहयोगी संगठन है, ने 26 से 27 दिसंबर 2025 तक कम्युनिटी हॉल, भोपाल (मध्यप्रदेश) में अपनी 22वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) आयोजित की है। इस महत्वपूर्ण बैठक में भारतीय रेलवे की मौजूदा स्थिति, कर्मचारियों की कड़ी कार्य परिस्थितियाँ, मैनपावर की कमी, आउटसोर्सिंग से उत्पन्न समस्याओं और भविष्य की रणनीति पर गहन मंथन किया जा रहा है।
बैठक का उद्देश्य और सहभागिता:
AGM में वेस्ट सेंट्रल रेलवे के विभिन्न मंडलों और इकाइयों से बड़ी संख्या में प्रतिनिधि और यूनियन नेता भाग ले रहे हैं। बैठक का उद्देश्य रेलवे कर्मचारियों से जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा कर ठोस निष्कर्ष और आगे की कार्रवाई तय करना है।
इस बैठक का मार्गदर्शन श्री अशोक शर्मा (सहायक महासचिव, NFIR एवं महासचिव, WCRMS) और श्री सी.एम. उपाध्याय (अध्यक्ष, WCRMS) कर रहे हैं।
NFIR अध्यक्ष की सहभागिता:
NFIR की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गुमान सिंह 27 दिसंबर 2025 को AGM में शामिल होंगे। वे सुबह भोपाल पहुँचकर रेलवे कर्मचारियों को एक सशक्त ट्रेड यूनियन आंदोलन के लिए प्रेरित करेंगे और साथ ही रेलवे की कार्यकुशलता बढ़ाने पर जोर देंगे।
यूनियन की ताकत और जनाधार:
WCRMS को वेस्ट सेंट्रल रेलवे में कर्मचारियों की सशक्त आवाज के रूप में पहचाना जाता है। इसका प्रमाण दिसंबर 2024 में हुए गुप्त मतदान चुनाव हैं, जिनमें WCRMS ने भारी समर्थन के साथ जीत दर्ज कर एकमात्र मान्यता प्राप्त यूनियन का दर्जा हासिल किया।
8वां केंद्रीय वेतन आयोग और अंतरिम राहत की मांग:
NFIR ने केंद्र सरकार द्वारा 8वें केंद्रीय वेतन आयोग की स्थापना की मांग को स्वीकार करने पर संतोष व्यक्त किया है। साथ ही, बढ़ती महंगाई और वेतन में आई वास्तविक गिरावट को देखते हुए, फेडरेशन ने रेलवे सहित सभी केंद्रीय कर्मचारियों के लिए अंतरिम राहत देने की मांग दोहराई है।
रेलवे का रिकॉर्ड प्रदर्शन:
भारतीय रेलवे के 325 से अधिक कैटेगरी के कर्मचारियों के समर्पण और निष्ठा के कारण वर्ष 2024-25 में 1614 मिलियन टन (MT) माल ढुलाई का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना है। इसी तरह रेलवे की आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
रेलवे कर्मचारियों की प्रमुख लंबित मांगें:
AGM में जिन अहम मांगों पर चर्चा हो रही है, उनमें शामिल हैं OPS के समान गारंटीड पेंशन हेतु पुरानी पेंशन योजना की बहाली, पद सृजन पर लगी रोक हटाना और मैनपावर बढ़ाना, आउटसोर्सिंग और ठेकेदारी पर रोक, ट्रैक मेंटेनर, रनिंग स्टाफ, टेक्नीशियन और सुपरवाइजरी कैडर का ग्रेड-पे एवं लेवल अपग्रेडेशन, 12 घंटे की ड्यूटी समाप्त कर 8 घंटे की ड्यूटी व्यवस्था, फ्रीज किया गया DA/DR जारी करना, पेंशन कम्यूटेशन अवधि घटाना, महिला लोको पायलट और ट्रैक मेंटेनर को कैडर बदलने की अनुमति, रेलवे कर्मचारियों के माता-पिता के लिए मुफ्त चिकित्सा सुविधा।
निष्कर्ष:
WCRMS की 22वीं वार्षिक आम बैठक रेलवे कर्मचारियों के अधिकारों, सम्मान और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर निर्णायक भूमिका निभाने जा रही है। फेडरेशन का स्पष्ट कहना है कि वह रेलवे कर्मचारियों और राष्ट्रहित में लंबित मांगों को पूरा कराने के लिए हर संभव प्रयास जारी रखेगी।



