मुंबई। प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गए हैं। इस बार उन्होंने ब्राह्मण समाज को लेकर अपमानजनक और निंदनीय टिप्पणी की है, जिससे समाज के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक बयान में अनुराग कश्यप ने कथित रूप से कहा है कि वह “ब्राह्मणों पर मूतने” की बात कर रहे हैं, जो समाज के लिए अत्यंत आपत्तिजनक और भड़काऊ है।
ब्राह्मण समाज में आक्रोश, सार्वजनिक माफी और जांच की मांग
अनुराग कश्यप के इस कथित विवादित बयान से न केवल ब्राह्मण समाज में आक्रोश है, बल्कि यह मुद्दा पूरे देश में जातीय और सामाजिक सौहार्द पर चोट के रूप में देखा जा रहा है। कई सामाजिक संगठनों और ब्राह्मण संगठनों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है और कहा है कि यह एक जानबूझकर किया गया पूर्वाग्रह से ग्रसित हमला है।
विरोध करने वालों ने मांग की है कि अनुराग कश्यप के इस बयान की गंभीर जांच की जाए। साथ ही, उन्होंने अनुराग के साथ या उनके अधीन काम कर चुके ब्राह्मणों के साथ उनके व्यवहार की पृष्ठभूमि जांच (Background Verification) भी आवश्यक बताई है।
मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग
इस मुद्दे को लेकर कई सामाजिक नेताओं और संगठनों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से तत्काल संज्ञान लेने की अपील की है। उनका कहना है कि इस तरह के बयान न केवल समाज को विभाजित करने का कार्य करते हैं, बल्कि गंभीर सामाजिक असंतुलन भी पैदा करते हैं।
“यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश में एक प्रतिष्ठित फिल्म निर्माता ब्राह्मणों के प्रति इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहा है और तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग चुप है।” – ऐसा कहा गया है विरोध में जारी एक संयुक्त बयान में।
सोशल मीडिया पर भड़का विरोध
ट्विटर (X), फेसबुक, और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर #AnuragKashyapInsultsBrahmins, #BanAnuragKashyap, #JusticeForBrahmins जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। कई लोगों ने अनुराग कश्यप से सार्वजनिक माफी की मांग की है और इस बयान को हेट स्पीच करार दिया है।
क्या कहता है भारत का संविधान?
भारत का संविधान सभी नागरिकों को समानता का अधिकार और धार्मिक, जातीय स्वतंत्रता प्रदान करता है। किसी भी व्यक्ति द्वारा जातीय समुदाय विशेष पर इस प्रकार की भाषा का उपयोग भारतीय दंड संहिता की धारा 153A और 295A के तहत दंडनीय अपराध माना जा सकता है।
निष्कर्ष
अनुराग कश्यप द्वारा ब्राह्मण समाज पर की गई कथित टिप्पणी ने एक गंभीर सामाजिक बहस को जन्म दिया है। यह केवल एक समुदाय की नहीं, बल्कि पूरे देश की सामाजिक एकता और शांति से जुड़ा मामला बन चुका है। अब देखना यह है कि क्या सरकार और न्यायिक प्रणाली इस पर निर्णायक कदम उठाती है, या फिर यह मामला भी अन्य विवादों की तरह केवल चर्चा में सिमट कर रह जाएगा।
अनुराग कश्यप के ब्राह्मण समाज पर विवादित बयान से भड़का देशभर में आक्रोश, मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग
