• बीमा क्षेत्र में टेक्नोलॉजी के सहारे बड़ा नवाचार
• अब दुर्घटना की सूचना खुद-ब-खुद मिलेगी, बिना ग्राहक के सूचित किए
• स्मार्ट ड्राइव ऐप से मिलेगी सड़क किनारे तत्काल सहायता, रिवॉर्ड और सुरक्षा का पैकेज
• हर हफ्ते मिलेगा सुरक्षित ड्राइविंग का रिवॉर्ड, साथ में मिलेगा अपडेटेड रिस्क एनालिसिस
मुंबई, । डिजिटल इंश्योरेंस की दुनिया में बड़ा कदम उठाते हुए ज़ूनो जनरल इंश्योरेंस ने भारत में पहली बार ऐसा मोटर बीमा कवर लॉन्च किया है, जिसमें रियल-टाइम क्रैश डिटेक्शन की सुविधा दी गई है। यह सुविधा ज़ूनो के फ्लैगशिप प्रोडक्ट ‘ज़ूनो स्मार्ट ड्राइव’ में शामिल की गई है, जिससे अब यह मोटर इंश्योरेंस सिर्फ एक बीमा पॉलिसी नहीं, बल्कि एक पूर्ण सुरक्षा समाधान बन गया है।
कैसे काम करता है ज़ूनो स्मार्ट ड्राइव का नया फीचर
ज़ूनो स्मार्ट ड्राइव ऐप में एडवांस मोबाइल टेलीमैटिक्स सिस्टम शामिल किया गया है, जो ड्राइवर की रफ्तार, ब्रेकिंग पैटर्न और अन्य व्यवहार को रिकॉर्ड करता है। यदि दुर्घटना होती है, तो यह सिस्टम तुरंत दुर्घटना का पता लगाकर बिना किसी मैनुअल इनपुट के ज़ूनो की सपोर्ट टीम को अलर्ट भेजता है। इससे ग्राहक को रियल-टाइम रोडसाइड असिस्टेंस मिलती है, और क्लेम प्रोसेसिंग तत्काल शुरू हो जाती है।
पे हाउ यू ड्राइव फीचर से मिलता है रिवॉर्ड
इस बीमा योजना में ‘Pay How You Drive’ नामक फीचर पहले से ही बिना किसी अतिरिक्त लागत के उपलब्ध है, जो ग्राहकों को उनकी सुरक्षित ड्राइविंग के आधार पर हर हफ्ते रिवॉर्ड देता है। ग्राहकों को ऐप पर उनका ड्राइविंग स्कोर देखने और उसे सुधारने की सुविधा मिलती है, जिससे न केवल वे अपनी सुरक्षा बेहतर कर सकते हैं, बल्कि अगली बीमा रिन्युअल में उन्हें अधिकतम छूट भी मिल सकती है।
कोई डिवाइस नहीं, सिर्फ मोबाइल ऐप से काम
ज़ूनो स्मार्ट ड्राइव की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके लिए किसी अलग डिवाइस या सैटअप की जरूरत नहीं है। यह सीधे ज़ूनो मोबाइल ऐप के ज़रिए काम करता है, जिससे यूज़र को रीयल-टाइम रिस्क एनालिसिस, ड्राइविंग बिहेवियर रिपोर्ट और उनके इंश्योरेंस प्रीमियम पर सीधा नियंत्रण मिलता है।
ज़ूनो के सीईओ ने क्या कहा?
ज़ूनो जनरल इंश्योरेंस की एमडी और सीईओ शनाई घोष ने कहा कि हम इंश्योरेंस को रिएक्टिव से प्रोएक्टिव बनाना चाहते हैं। ज़ूनो स्मार्ट ड्राइव एक ऐसा बीमा समाधान है, जो केवल कागज का टुकड़ा नहीं, बल्कि आपकी सुरक्षा का साथी है। हम तकनीक और इंसानी संवेदना को मिलाकर एक ऐसा प्लेटफॉर्म बना रहे हैं, जो सड़क पर आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करे और जरूरत पड़ने पर तुरंत सहायता भी दे।”
भारत में दुर्घटनाओं के आंकड़े और ज़रूरत
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 4.61 लाख से अधिक सड़क दुर्घटनाएँ हुईं, जिनमें 1.68 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई — जो 2021 की तुलना में 11.9% अधिक है। ये आंकड़े साफ बताते हैं कि भारत को एक प्रभावी रियल-टाइम क्रैश रिस्पॉन्स सिस्टम की जरूरत है, और ज़ूनो का यह कदम उसी दिशा में एक अहम पहल है।
ज़ूनो जनरल इंश्योरेंस ने भारत में लॉन्च किया पहला रियल-टाइम क्रैश डिटेक्शन वाला मोटर बीमा कवर
