यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने ग्राहक सेवा सुधार के लिए 1,500 लोकल बैंक ऑफिसर नियुक्त किए, क्षेत्रीय भाषाओं में सेवा होगी आसान

नई दिल्ली, ।  देश के प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक Union Bank of India ने ग्राहक सेवा (Customer Service) को और अधिक बेहतर बनाने तथा स्थानीय ग्राहकों से संबंध मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बैंक ने हाल ही में देशभर के विभिन्न राज्यों में 1,500 लोकल बैंक अधिकारी (Local Bank Officers) की नियुक्ति की है, जो क्षेत्रीय भाषा और स्थानीय संस्कृति में दक्षता के साथ ग्राहकों को सहज और व्यक्तिगत बैंकिंग अनुभव प्रदान करेंगे।

ग्राहक सेवा के क्षेत्र में यूनियन बैंक की नई पहल

बैंकिंग सेक्टर में ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने यह रणनीतिक पहल की है। इन नव नियुक्त बैंक अधिकारियों को स्थानीय भाषाओं में संवाद करने की क्षमता के साथ विशेष रूप से चुना गया है ताकि ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं की समझ और पहुँच में कोई बाधा न आए।

इन लोकल बैंक अधिकारियों की नियुक्ति से न सिर्फ ग्राहक संतुष्टि बढ़ेगी, बल्कि बैंक के उत्पादों और सेवाओं की सीधी पहुंच (Direct Outreach) भी सुनिश्चित होगी। अब ग्राहक अपनी मातृभाषा में बैंकिंग सहायता प्राप्त कर सकेंगे, जिससे बैंक और आम जनता के बीच भरोसा और संवाद और मजबूत होगा।

बैंकिंग सेवाओं की आसान पहुँच और संचालन में सहायक

नए अधिकारी अपनी शाखाओं में बैंकिंग लेनदेन, खाता प्रबंधन, ऋण प्रक्रिया और ग्राहकों की शिकायतों के समाधान जैसे कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। साथ ही, वे वित्तीय परामर्श और जागरूकता अभियान भी संचालित करेंगे ताकि वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा दिया जा सके।

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का यह कदम भारत के फिनटेक और डिजिटल बैंकिंग युग में स्थानीय भागीदारी को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

बैंक का उद्देश्य: ग्राहक केंद्रित और क्षेत्रीय रूप से सशक्त बैंकिंग

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का मानना है कि स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षित बैंक कर्मियों की नियुक्ति से ग्राहकों की समस्याओं को बेहतर समझा और सुलझाया जा सकता है। यह भर्ती अभियान बैंक की उस प्रतिबद्धता का हिस्सा है जिसमें वह ग्रामीण बैंकिंग, पर्सनल बैंकिंग समाधान, और क्षेत्रीय ग्राहक सेवा को प्राथमिकता देता है।

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