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ज्ञान पर्यटन” में छात्राओं ने जाना ग्रामीण जीवन का सार

गीतांजलि कन्या महाविद्यालय, भोपाल की छात्राओं ने किया केकड़िया गांव का शैक्षणिक भ्रमण

भोपाल। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा संचालित ज्ञान पर्यटन श्रृंखला के अंतर्गत गीतांजलि सरकारी कन्या महाविद्यालय, भोपाल की छात्राओं ने गुरुवार को केकड़िया (भोपाल) में एक दिवसीय शैक्षणिक यात्रा की। इस यात्रा का उद्देश्य छात्राओं को ग्रामीण परंपराओं, जनजातीय संस्कृति, और सतत कृषि पद्धतियों (Sustainable Agricultural Practices) की व्यवहारिक समझ प्रदान करना था। यह “ज्ञान पर्यटन” कार्यक्रम का चौथा चरण रहा।

जनजातीय संस्कृति से आत्मीय परिचय

यात्रा की शुरुआत पारंपरिक तरीके से हुई, जहां छात्राओं का स्वागत स्थानीय जनजातीय समुदाय की महिलाओं ने गीत और नृत्य के साथ किया। इसके बाद छात्राओं ने स्थानीय हाट बाजार का भ्रमण किया और जनजातीय जीवनशैली, हस्तकला, तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था की गहराइयों को नजदीक से देखा। उन्होंने मिट्टी के बर्तन (चोमड़ी), जनजातीय चिकित्सा पद्धतियों, जैविक उत्पादों, हस्तनिर्मित वस्तुओं और पारंपरिक हथियारों का अवलोकन किया। इस भ्रमण में कुल 49 छात्राएं सम्मिलित हुईं, जिनके साथ डॉ. अनीता देभरतार और डॉ. मधु त्रिवेदी मार्गदर्शक के रूप में उपस्थित रहीं।


सीख और सहभागिता से भरा दिन

ज्ञान पर्यटन भ्रमण का संचालन सेफ टूरिज्म डेस्टिनेशन वुमन (STDW) परियोजना के अंतर्गत प्रशिक्षित वाणी राजपूत के निर्देशन में हुआ। छात्राओं ने पूरे दिन ट्रैकिंग, कुंभारकला (पॉटरी), बैलगाड़ी सवारी, तीरंदाजी और स्थानीय खेलों में भाग लेकर ग्रामीण जीवन की सादगी और आत्मनिर्भरता का अनुभव किया। उन्होंने ‘फार्म टू प्लेट’ की अवधारणा को समझते हुए देखा कि कैसे खेत से थाली तक भोजन पहुँचता है। साथ ही फसल चक्र, ड्रिप सिंचाई और पोषण खेती जैसी सतत कृषि तकनीकों का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया। दोपहर के भोजन में छात्राओं ने मक्के की रोटी, कढ़ी, भाजी, टमाटर की चटनी, दाल और चावल जैसे पारंपरिक ग्रामीण व्यंजनों का स्वाद लिया, जिन्हें स्थानीय महिलाओं ने स्नेहपूर्वक तैयार किया था।

संस्कृति और आस्था का संगम

भ्रमण के अंतिम चरण में छात्राओं ने सामासगढ़ जैन मंदिर का दर्शन किया और स्थानीय निवासियों से क्षेत्र की धार्मिक व सांस्कृतिक परंपराओं की जानकारी ली। दिन का समापन जनजातीय कलाकारों के साथ लोकगीत और नृत्य के रंगारंग माहौल में हुआ।

साझे प्रयासों से मिली सफलता

कार्यक्रम की सफलता में विलेज वॉयस के राजेश साहू, केकड़िया के स्थानीय समन्वयक श्री फतेह सिंह, तथा टूरिज्म बोर्ड की कौशल शाखा टीम का विशेष योगदान रहा।
ज्ञान पर्यटन श्रृंखला का संचालन मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की कौशल शाखा के संचालक डॉ. डी.पी. सिंह के मार्गदर्शन में किया जा रहा है।
इससे पूर्व इसी श्रृंखला में बीएसएस कॉलेज का खारी (सीहोर), बीएसएस कॉलेज का कोटरा (राजगढ़) और नर्मदा पी.एम.सी.ओ.ई. कॉलेज का छेड़का (नर्मदापुरम) भ्रमण भी सफलतापूर्वक संपन्न हो चुके हैं।

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