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नाबार्ड मध्य प्रदेश ने अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 पर सहकारी सम्मेलन आयोजित किया

सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग रहे मुख्य अतिथि, DCCBs और PACS के उत्कृष्ट प्रदर्शनकर्ताओं को सम्मानित किया गया

भोपाल ।  नाबार्ड मध्य प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय, भोपाल ने अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के उपलक्ष्य में आज एक राज्य स्तरीय सहकारी सम्मेलन (Cooperative Conclave 2025) का आयोजन किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मध्य प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2025 को “सहकारिता एक बेहतर दुनिया का निर्माण करती है” थीम के साथ दूसरे अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के रूप में घोषित किया है। इस घोषणा का उद्देश्य यह रेखांकित करना है कि सहकारी समितियां किस प्रकार जनकल्याण, सामूहिक हित और समावेशी विकास पर आधारित एक सशक्त व्यवसाय मॉडल प्रदान करती हैं।

ग्रामीण सशक्तिकरण और विकसित भारत 2047 पर केंद्रित चर्चा

कार्यक्रम में सहकारिता विभाग (GoMP), मध्य प्रदेश राज्य सहकारी बैंक (एपेक्स बैंक), जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (DCCBs) और राज्यभर की प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) के वरिष्ठ अधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। नाबार्ड की चीफ जनरल मैनेजर सी. सरस्वती ने कहा कि यह कॉन्क्लेव ग्रामीण सशक्तिकरण, आर्थिक विकास, न्यूट्रिशन सिक्योरिटी और आत्मनिर्भरता को गति देने में सहकारिता मॉडल की भूमिका पर विस्तृत विमर्श का मंच है। उन्होंने कहा कि सहकारी मॉडल, प्रधानमंत्री के विकसित भारत @2047 विज़न को साकार करने में एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।

सहकारिता मंत्री ने उत्कृष्ट संस्थाओं को किया सम्मानित

मुख्य अतिथि विश्वास सारंग ने कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले चयनित DCCBs और PACS को सम्मानित किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि यह कॉन्क्लेव केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि सहकारिता के सामूहिक दर्शन में हमारे विश्वास की पुनर्पुष्टि है। सहकारी मॉडल आम नागरिक को सशक्त बनाता है और कमजोर वर्ग को मजबूती प्रदान कर सामुदायिक समृद्धि सुनिश्चित करता है। सारंग ने आगे कहा कि मध्य प्रदेश सरकार सहकारी संस्थाओं को सशक्त बनाने के लिए कई नवाचारशील कदम उठा रही है और आने वाले समय में राज्य का सहकारिता आंदोलन विकसित भारत 2047 के विज़न में अहम भूमिका निभाएगा।

विशेषज्ञ व्याख्यान और पैनल चर्चा

कॉन्क्लेव में एक्सपर्ट टॉक श्रृंखला के तहत कई ज्ञानवर्धक सत्र हुए, जिनमें शामिल थे, मध्य प्रदेश में क्रेडिट कोऑपरेटिव्स का स्टेटस मनोज गुप्ता, एमडी, एपेक्स बैंक
डेयरी सेक्टर की वर्तमान स्थिति और सहकारिता आधारित विकास रणनीति — श्री आर. पी. एस. तिवारी, जीएम, MP डेयरी फेडरेशन
कोऑपरेटिव्स को मजबूत करने में NCDC की भूमिका,  इंदरजीत कौर, रीजनल डायरेक्टर, NCDC

इसके बाद मध्य प्रदेश में कोऑपरेटिव सिस्टम की ताकत, कमजोरियां और आगे का रास्ता विषय पर पैनल चर्चा हुई। इस सत्र का संचालन NABARD के GM श्री सुरेश सी. साहू ने किया।

पारदर्शिता, एकता और नवाचार के संकल्प के साथ समापन

कॉन्क्लेव का समापन एपेक्स बैंक, DCCBs और PACS के प्रतिनिधियों द्वारा सहकारिता क्षेत्र में पारदर्शिता बढ़ाने, एकता मजबूत करने और नवाचार को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ हुआ। प्रतिभागियों ने किसानों को सशक्त बनाने और विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने में अपनी भूमिका को और अधिक दृढ़ता से निभाने का वचन दिया।

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