
भोपाल। इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार भारत में तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले वर्षों में इसके और विस्तार की उम्मीद है। पर्यावरणीय जागरूकता, सरकारी प्रोत्साहन और नई तकनीक के चलते अधिक लोग EV खरीद रहे हैं। इस बदलाव के साथ बीमा उद्योग में नए अवसर उभर रहे हैं, जहाँ विशेष और जरूरत-आधारित बीमा उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं ताकि EV मालिकों की खास जरूरतों को पूरा किया जा सके।
IEA ग्लोबल EV आउटलुक 2024 के अनुसार, 2024 की पहली तिमाही में वैश्विक EV बिक्री में 25% वृद्धि हुई। भारत का EV सेक्टर अब 100 अरब डॉलर से अधिक का है और यह देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। बीमा कंपनियाँ तकनीक जैसे टेलीमैटिक्स, IoT और AI का उपयोग कर ग्राहक-विशिष्ट कवर, प्रीमियम और रखरखाव आधारित योजनाएँ तैयार कर रही हैं। इसमें बैटरी कवर, चार्जिंग स्टेशन सुरक्षा और व्यक्तिगत दुर्घटना कवर शामिल हैं।
EV बीमा में विशेष चुनौतियाँ भी हैं, जैसे उच्च तकनीक मरम्मत खर्च और आग जैसी घटनाओं का जोखिम। इसलिए पारंपरिक वाहन बीमा मॉडलों से आगे बढ़कर PAYD और PHYD जैसे उपयोग आधारित मॉडल अपनाए जा रहे हैं।
सरकार की नीतियाँ, जैसे बैटरी-स्वैपिंग प्रोत्साहन, EV अपनाने को बढ़ावा दे रही हैं। बीमा उद्योग का यह सक्रिय दृष्टिकोण उपभोक्ताओं को सुरक्षित, टिकाऊ और पर्यावरण-मित्र EV अनुभव सुनिश्चित करता है और भारत के हरित भविष्य में योगदान देता है।