नई दिल्ली । भारतीय उच्च शिक्षा और कौशल विकास को वैश्विक मंच से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी ने स्कॉटिश क्वालिफिकेशंस अथॉरिटी के साथ एक रणनीतिक प्रोग्रेशन पार्टनरशिप को औपचारिक रूप दिया है। यह साझेदारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है और भारतीय शिक्षार्थियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त अध्ययन एवं करियर मार्गों को सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर मानी जा रही है।
वैश्विक मानकों से जुड़ा भारतीय कौशल शिक्षा मॉडल
इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य ऐसे वैश्विक रूप से संरेखित, कौशल-एकीकृत और क्रेडिट-आधारित शिक्षण मार्ग विकसित करना है, जिनके माध्यम से भारतीय और अंतरराष्ट्रीय छात्र भारत में रहकर कार्य-एकीकृत शिक्षा प्राप्त कर सकें और आगे विश्व की प्रमुख यूनिवर्सिटीज़ एवं रोजगार अवसरों तक सहज रूप से पहुँच बना सकें। यह पहल व्यावसायिक शिक्षा को उच्च शिक्षा से जोड़ने, राष्ट्रीय क्रेडिट ढांचे को मजबूत करने और अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देने के NEP 2020 के विज़न को साकार करती है।
हस्ताक्षर समारोह में शिक्षाविदों और नीति-निर्माताओं की उपस्थिति
हस्ताक्षर समारोह में SQA के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मार्गरेट करन (इंटरनेशनल रीजनल मैनेजर, साउथ एशिया), श्री मार्क हिल, सुश्री एलिसन बर्न्स और श्री जॉर्ज कोलाथ की उपस्थिति रही। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. (डॉ.) निर्मलजीत सिंह कलसी, सेवानिवृत्त आईएएस, पूर्व चेयरमैन NCVET एवं भारत के क्रेडिट-आधारित ढांचों के प्रमुख शिल्पकार, उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि इस तरह की वैश्विक साझेदारियाँ भारतीय युवाओं के लिए क्रेडिट मोबिलिटी, अंतरराष्ट्रीय मान्यता और आजीवन शिक्षण के अवसरों को मजबूत करती हैं।
MSU नेतृत्व का दृष्टिकोण
मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी के संस्थापक एवं कुलाधिपति श्री प्रवेश दुदानी ने कहा,
“यह साझेदारी भारतीय शिक्षार्थियों के लिए वैश्विक स्तर पर संरेखित अकादमिक और करियर मार्ग तैयार करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है। अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त योग्यताओं के माध्यम से यह कार्य-एकीकृत शिक्षा इकोसिस्टम को सशक्त बनाती है और आजीवन शिक्षण के व्यापक दृष्टिकोण का समर्थन करती है।”
ड्यूल सर्टिफिकेशन और वैश्विक प्रगति मार्ग
समझौते के तहत, MSU ऐसे कार्य-एकीकृत और क्रेडिट-मैप्ड कार्यक्रम संचालित करेगी जो SQA के अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगे। पात्र छात्रों को MSU की डिग्री के साथ SQA की अंतरराष्ट्रीय योग्यताएँ प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, जिससे विदेशों में टॉप-अप डिग्री और उच्च शिक्षा के लिए किफायती एवं लचीले मार्ग उपलब्ध होंगे। यह सहयोग उच्च मांग वाले उद्योग क्षेत्रों पर केंद्रित रहेगा, जिससे रोजगार क्षमता और उद्योग प्रासंगिकता बढ़ेगी।
SQA की प्रतिक्रिया
SQA की ओर से सुश्री मार्गरेट करन ने कहा,
“मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी के जरिए हमारा लक्ष्य भारतीय छात्रों के लिए वैश्विक मानकों पर आधारित योग्यताओं को अधिक सुलभ बनाना है। फ्रेमवर्क्स के संरेखण से हम संरचित प्रगति मार्ग विकसित कर रहे हैं, जो अकादमिक मोबिलिटी और अंतरराष्ट्रीय अवसरों को बढ़ावा देंगे।”
वैश्विक छात्रों को मिलेगा लाभ
इस साझेदारी से भारत के साथ-साथ दक्षिण एशिया, GCC, अफ्रीका और ASEAN क्षेत्रों के शिक्षार्थियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त क्रेडिट्स, ड्यूल सर्टिफिकेशन, और विदेश जाने से पहले भारत में शिक्षा का बड़ा हिस्सा पूरा करने का अवसर मिलेगा। SQA की सुदृढ़ गुणवत्ता आश्वासन प्रणाली और वैश्विक आर्टिकुलेशन नेटवर्क के माध्यम से भारतीय योग्यताओं में अंतरराष्ट्रीय विश्वास और मजबूत होगा।
भविष्य की दिशा
मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी के सह-संस्थापक एवं प्रो-चांसलर श्री कुलदीप सरमा ने कहा कि यह साझेदारी स्पष्ट, किफायती और वैश्विक रूप से संरेखित प्रगति मार्ग तैयार करेगी, जिससे शिक्षार्थी मोबिलिटी बढ़ेगी और भारत का कौशल इकोसिस्टम और मजबूत होगा।
मेधावी–SQA साझेदारी भारतीय उच्च शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है, जो भविष्य के वैश्विक रूप से सक्षम, उद्योग-तैयार और मोबाइल स्नातकों की मजबूत नींव रखती है।
मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी और स्कॉटलैंड की SQA के बीच ऐतिहासिक साझेदारी, भारतीय छात्रों के लिए खुलेंगे अंतरराष्ट्रीय शिक्षा व करियर के नए द्वार
