नोएडा से हैदराबाद तक 1700 किमी साइक्लिंग : तरुण परमार का नशा-मुक्त भारत का संदेश और हार्टफ़ुलनेस ध्यान का प्रसार

हैदराबाद,। 56 वर्षीय सॉफ़्टवेयर इंजीनियर और हार्टफ़ुलनेस साधक तरुण परमार ने नोएडा से हैदराबाद तक की 1700 किलोमीटर लंबी साइक्लिंग यात्रा पूरी कर एक अनोखा उदाहरण प्रस्तुत किया। 13 सितम्बर से शुरू हुई यह यात्रा आज कान्हा शांति वनम्, विश्व का सबसे बड़ा ध्यान केंद्र और हार्टफ़ुलनेस मुख्यालय, में सम्पन्न हुई। खास बात यह रही कि यह समापन पूज्य दाजी (श्री कमलेश डी. पटेल) के जन्मोत्सव और भंडारा समारोह के अवसर पर हुआ।

इस कठिन सफ़र में तरुण परमार ने रोज़ाना औसतन 110–120 किमी दूरी तय की और मथुरा, आगरा, ग्वालियर, भोपाल, नागपुर से होते हुए हैदराबाद पहुँचे। रास्ते की तेज़ गर्मी, भारी बारिश, खतरनाक हाईवे और पहाड़ी इलाक़ों जैसी चुनौतियों को उन्होंने हार्टफ़ुलनेस ध्यान की शक्ति से पार किया। उनकी हिम्मत ने लोगों को प्रेरित किया और जगह-जगह साधकों ने उन्हें सहयोग व उत्साह दिया।

यह यात्रा भारत सरकार के ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ के समर्थन में की गई, जिसका उद्देश्य युवाओं को नशे से दूर रखकर एक स्वस्थ और जागरूक समाज बनाना है। तरुण परमार का संदेश स्पष्ट था – “ध्यान युवाओं को आंतरिक शक्ति और आत्मअनुशासन देता है, जिससे वे नशे जैसी बुरी आदतों से बच सकते हैं।”

हार्टफ़ुलनेस के वैश्विक गाइड पूज्य दाजी ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि असली बदलाव भीतर से शुरू होता है। ध्यान युवाओं को सही निर्णय लेने और भावनात्मक संतुलन पाने में मदद करता है।

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