
भोपाल । निगम की महिला कर्मचारी के बच्चो की रेल्वे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर सहकर्मी और उसके तीन साथियो द्वारा करीब नौ लाख रुपए ऐंठने का मामला सामने आया है। घटना निशातपुरा थाना इलाके का है, पुलिस ने जॉच के बाद आरोपियो के खिलाफ ठगी का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
थाना पुलिस के मुताबिक रूप नगर कॉलोनी में रहने वाली 55 वर्षीय मनोरमा ठाकुर ने लिखित शिकायत करते हुए बताया की वह नगर निगम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। उसके दफ्तर में ही नीरज शर्मा नाम का युवक प्राइवेट कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम करता था। एक ही कार्यालय में काम करने के चलते मनोरमा की नीरज से खासी पहचान थी, और से बातचीत होती थी। एक बार बातचीत के दौरान मनोरमा ने नीरज से कहा कि वह अपने बच्चों को अच्छी नौकरी नहीं मिलने को लेकर काफी परेशान है। उसकी बात सुनकर नीरज ने उससे कहा कि उसके तीन दोस्त अंकित, राहुल और सुनील की रेलवे विभाग में काफी अच्छी पहचान है, और उनका धिकारियों के साथ उठना-बैठना हैं। यदि वह कहे तो वह अपने दोस्तों की मदद से उस के बच्चों की नौकरी रेल्वे में लगवा सकता है। मनोरमा उस पर भरोसा कर तैयार हो गई। बाद में आरोपी ने उसने कहा कि नौकरी पाने के लिये 15 लाख रुपए देने होंगे। मनोरमा ने कहा कि वह 9 लाख रुपए पहले और बाकी 6 लाख नौकरी लगने पर दे देगी। बातचीत तय होने के बाद मनोरमा ने जुलाई 2022 में नीरज शर्मा को नगद व चैक के माध्यम से 9 लाख रुपए दे दिए। रकम देने के बाद तय समय के बीत जाने के बाद भी उसके बच्चों को रेल्वे की ओर से नौकरी का कोई बुलावा नहीं आया तब मनोरमा ने नीरज से अपनी रकम वापस देने को कहा। पहले तो आरोपी बहानेबाजी कर टाल मटोल करता रहा। जब महिला ने अधिक दबाव बनाया तब पैसै देने से मना करते हएु उससे बातचीत करना ही बंद कर दी। इसके बाद महिला का अहसास हुआ कि उससे झूठ बोलकर आरोपी ने रकम ऐंठी है। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंच गया। शिकायत मिलने पर पुलिस जांच के बाद नीरज शर्मा समेत उसके साथियों अंकित, राहुल व सुनील के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज लिया। आरोपी अंकित, राहुल व सुनील आरोपी नीरज शर्मा के सहयोगी हैं। उनकी मदद से ही आरोपी ने ठगी की वारदात को अंजाम दिया है।



