
*हनोई*। वियतनाम में सुपर टाइफून यागी ने भारी तबाही मचाई है, जिससे देश के उत्तरी हिस्से में बाढ़ और भूस्खलन की भयानक घटनाएं सामने आई हैं। इस तूफान के कारण एक बड़ा स्टील पुल टूट गया, जिससे कई गाड़ियां और लोग नदी में बह गए। इसके साथ ही भूस्खलन से अब तक 60 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है, जिसके चलते लगभग 15 लाख लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं।
### **स्टील पुल का ढहना और हादसे का वीडियो**
वियतनाम के फू थो प्रांत में फोंग चाऊ पुल यागी तूफान की चपेट में आकर ढह गया। इस पुल के टूटने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे एक ट्रक और कई गाड़ियां पानी में बह गईं। हादसे में 13 लोग लापता हैं, जिनकी तलाश अभी भी जारी है।
### **तूफान से बिजली सप्लाई ठप, 15 लाख लोग प्रभावित**
यागी तूफान के कारण वियतनाम में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई है, जिससे 15 लाख से ज्यादा लोग बिना बिजली के जीवन बिता रहे हैं। बिजली की इस समस्या ने कई क्षेत्रों में राहत कार्यों को भी बाधित कर दिया है।
### **भूस्खलन और बाढ़ में सैकड़ों घायल, नौकाएं और खेत तबाह**
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 247 लोग घायल हो चुके हैं, जिनमें से अधिकांश क्वांग मिन्ह प्रांत और हाई फोंग शहर से हैं। तूफान के कारण 25 नौकाएं डूब चुकी हैं, जिनमें से ज्यादातर मछली पकड़ने वाली नावें थीं। इसके साथ ही 1,13,000 हेक्टेयर चावल के खेत और 22,000 हेक्टेयर से ज्यादा अन्य फसलें नष्ट हो चुकी हैं।
### **भूस्खलन से जानमाल का नुकसान बढ़ा**
वियतनाम के काओ बांग प्रांत में भूस्खलन से 21 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई लोग अभी भी लापता हैं। लाओ कै प्रांत में भी 15 लोगों की जान जा चुकी है। मंत्रालय ने जानकारी दी कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण वियतनाम में हालात बेहद गंभीर हो गए हैं।
### **30 साल का सबसे भयानक तूफान**
विशेषज्ञों के मुताबिक, वियतनाम में पिछले 30 वर्षों में यह सबसे शक्तिशाली तूफान है। तूफान से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, और राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि स्थिति को सामान्य करने में काफी समय लग सकता है।
**निष्कर्ष**
वियतनाम में यागी तूफान ने अभूतपूर्व विनाश किया है। स्टील पुल का ढहना, कई लोगों की मौत और व्यापक फसली नुकसान ने पूरे देश को झकझोर दिया है। अब राहत और बचाव कार्यों को तेज करने की जरूरत है ताकि प्रभावित क्षेत्रों में हालात जल्द से जल्द सामान्य हो सकें।