World

अमेरिका और ब्रिटेन में फिर से कोरोना की आहट….मास्क पहनना अनिवार्य

वॉशिंगटन । अमरीका और ब्रिटेन में कोविड की एक और लहर की संभावना है क्योंकि दोनों ही देशों से संक्रमण की सूचनाएं आ रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन की आबादी के एक कमजोर वर्ग को मास्क पहनने के निर्देश और टीकाकरण में भी तेजी लाई गई है। वहीं दूसरी ओर अमरीका में अटलांटिक के पार मामलों में वृद्धि पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, क्योंकि रोग नियंत्रण केंद्र (सी.डी.सी.) नए कोविड-19 वेरिएंट की निगरानी कर रहा है जिसे एल.बी.1 के रूप में नामित किया गया है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि पिछले दो वर्षों से वायरस प्रकोप पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया है।
(यू.के.एच.एस.ए.) के अनुसार 26 जून को लगभग हर 25,000 ब्रिटिश नागरिकों में से एक कोविड-19 से संक्रमित था। मार्च 2020 में यह 13 में से एक था। रिपोर्ट के अनुसार संक्रमण में वृद्धि सांख्यिकीय रूप से मार्च 2020 की तुलना में बहुत कम है, जब पहली बार यू.के. में महामारी की सूचना दी गई थी। दो नए सब-वेरिएंट केपी.2 और केपी.1 को फ्लर्ट नाम दिया गया है। फ्लर्ट ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट्स का एक ग्रुप है और ये दोनों इस ग्रुप के अंदर ही आते हैं। केपी.1 और केपी.2 को फ्लर्ट उपनाम वैज्ञानिकों ने उनके म्यूटेशन के तकनीकी नाम के आधार पर दिया है। मार्च में, इन वेरिएंट की अमरीकी आबादी में केवल पांच प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
ब्रिटिश महामारी विज्ञान विशेषज्ञ पॉल हंटर के हवाले से कहा गया है कि उन्हें नहीं लगता कि वर्तमान कोविड-19 संक्रमण दर चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इस साल हम शायद उतना ही संक्रमण देख रहे हैं जितना पिछले साल देख रहे थे। उनका मानना है कि आम तौर पर हम पिछले साल की तुलना में कोविड से बहुत कम मौतें और बहुत कम अस्पताल में भर्ती मरीज देख रहे हैं।
अमरीका और ब्रिटेन के स्वास्थ्य केंद्रों में मास्क अनिवार्य हो रहे हैं। वहीं अमरीका में स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसकारण चिंतित हैं क्योंकि अमरीकी सरकार पहले ही बर्ड फ्लू वायरस से परेशान हैं

Related Articles