इस्लामाबाद: पाकिस्तान में एक विवादास्पद फैसले के बाद देश में तनाव बढ़ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने हालिया फैसले में कहा कि पाकिस्तान में रह रहे गैर-मुसलमानों को भी अपनी आस्था के अनुसार पूजा या इबादत करने की आजादी होनी चाहिए। इस फैसले के खिलाफ देश के कुछ कट्टरपंथी मुसलमानों ने नाराजगी जाहिर करते हुए सुप्रीम कोर्ट पर हमला कर दिया।
यह घटना अल्लाह के हुक्म के खिलाफ एक नाफरमानी के रूप में देखी जा रही है, जिससे देश के कई हिस्सों में विरोध और हिंसा फैल गई है। कट्टरपंथियों का कहना है कि इस्लामी कानून के तहत ऐसा फैसला बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
यह स्थिति पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता और अल्पसंख्यकों के अधिकारों के सवाल पर नई बहस को जन्म दे सकती है।