वॉशिंगटन । अमेरिका में चल रहे राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे है। राष्ट्रपति बाइडन को खून खराबे का डर लग रहा है। उन्होंने चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि अगर डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव में हार जाते हैं तो शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण को लेकर उन्हें शक है। बाइडन ने कहा कि ट्रंप जो बोलते हैं उसका मतलब होता है जैसे उन्होंने कहा था कि अगर हम हारे तो खून-खराबा होगा। उन्होंने कहा कि अगर डोनाल्ड ट्रंप हार जाते हैं तो उन्हें ये विश्वास नहीं है कि कमला हैरिस को सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से हो पाएगा। वह (ट्रंप) जो भी बोलते हैं, उसका मतलब होता है, लेकिन हम उन्हें गंभीरता से नहीं लेते, लेकिन उनकी बातों का मतलब है जैसे कि उन्होंने कहा था कि- अगर हम हारे तो खून-खराबा होगा।
जो बाइडन को जो डर है वह बिल्कुल भी बेबुनियाद नहीं है। साल 2020 में जब जो बाइडन ने डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव में पटखनी दी थी, उस वक्त भारी हिंसा हुई थी। दंगाईयों की भीड़ अमेरिकी संसद में घुस गई थी और उस दौरान पुलिसकर्मियों समेत कई लोगों की मौत भी हुई थी। डोनाल्ड ट्रंप पर लोगों की भीड़ को उकसाने का भी आरोप है और इसे लेकर उनके खिलाफ मुकदमा भी चल रहा है। इस बार भी जिस तरह के हालात हैं, उन्हें देखते हुए भी डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है। यही वजह है कि जो बाइडन ने आशंका जताई है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप फिर हारे तो इस बार भी हिंसा हो सकती है। बता दें कि राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने के बाद जो बाइडन ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का समर्थन किया, जिन्होंने हाल ही में डेमोक्रेटिक नामांकन जीता है। पूर्व राष्ट्रपति पर वाशिंगटन डीसी और जॉर्जिया में भी आपराधिक आरोप लगाए गए थे, क्योंकि उन्होंने 2020 के चुनाव में बाइडन के खिलाफ जीत का झूठा दावा करके अवैध रूप से चुनाव को पलटने की कोशिश की थी। बाइडन का ये इंटरव्यू 2024 के राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने के बाद पहली बार सामने आया है। ट्रम्प के खिलाफ निराशाजनक बहस के प्रदर्शन के बाद साथी डेमोक्रेट्स के दबाव के कारण, राष्ट्रपति की उम्र और स्वास्थ्य के बारे में चिंताएं बढ़ गईं हैं।