ढाका,। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने पूर्व पीएम शेख हसीना को राक्षस बताया है। उन्होने कहा कि छात्रों के नेतृत्व में ऐसी क्रांति हुई, जिसने हसीना सरकार का तख्तापलट कर दिया। उन्होंने कहा कि ये छात्र ही थे, जिन्होंने बीड़ा उठाया और उनकी कुर्बानी के बाद आखिरकार वह पल पाया कि उस राक्षस (हसीना) को देश छोड़कर भागना पड़ा। यूनुस ने उन छात्रों को श्रद्धांजलि दी जो विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए। साथ ही उन्होंने छात्रों से मामले की जांच का वादा भी किया।
मोहम्मद यूनुस ने माना कि देश में अभी जनजीवन सामान्य नहीं है और उनकी सरकार के सामने कई चुनौतियां खड़ी हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है क्योंकि पूरा सिस्टम ध्वस्त हो चुका है। एक नई सरकार बनी है और हमें फिर से शुरुआत करनी है। जब आप नए फैसले लेने शुरू करते हैं तो कुछ लोग आपके फैसले पसंद करेंगे और कुछ नहीं। हमें इससे पार पाते हुए चीजों को ठीक करने के लिए आगे बढ़ना है।
देशभर में प्रदर्शन और अराजकता के बाद शेख हसीना ने पीएम पद छोड़कर ढाका से भारत आकर शरण ली है। इसके बाद मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली है। यूनुस ने छात्रों से कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि छात्रों के नेतृत्व वाली क्रांति की वजह से ही पूरी सरकार ध्वस्त हो गई। उन्होंने देश में अशांति पर चिंता जताई है और सभी से शांति की अपील की है।
यूनुस की अंतरिम सरकार में गृह विभाग के सलाहकार सखावत हुसैन ने कहा है कि शेख हसीना अगर देश लौटकर फिर से राजनीति करती हैं तो उनको कोई दिक्कत नहीं है। हुसैन ने कहा कि हसीना को अपनी पार्टी अवामी लीग को नए चेहरों के साथ पुनर्गठित करना चाहिए। हुसैन ने साथ ही ये भी कहा कि अगर हसीना देश लौटकर किसी भी तरह की अशांति पैदा करने की कोशिश करेंगी तो फिर कानून उनसे निपटेगा।