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मालदीव के चीन से बिगड़े रिश्ते, भारत की ओर बढ़ते राष्ट्रपति मुइज्जू: क्या फिर से होगा दोनों देशों का मेल?

*माले**। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का चीन के साथ नजदीकियां बढ़ाना उनके लिए उल्टा साबित हुआ। चीन के साथ संबंध सुधारकर भारत पर दबाव बनाने की मालदीव की कोशिश असफल रही, और अब राष्ट्रपति मुइज्जू को एक बार फिर **भारत के साथ रिश्ते मजबूत करने** की जरूरत महसूस हो रही है। इसके संकेत उन्होंने हाल ही में **”इंडिया आउट” अभियान** से किनारा करते हुए दिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि **मालदीव के लोगों को देश में विदेशी सेना की मौजूदगी से समस्या** है, लेकिन भारत को बाहर करने जैसा कोई एजेंडा नहीं है।

### अक्टूबर में भारत दौरे पर आएंगे मुइज्जू
मुइज्जू **6 से 10 अक्टूबर** के बीच भारत की यात्रा पर रहेंगे और इस दौरान **प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी** के साथ उनकी बैठक **7 अक्टूबर** को होने की संभावना है। यह दौरा दोनों देशों के बीच रिश्तों में आई **कड़वाहट को कम करने** की दिशा में अहम माना जा रहा है। नाम न बताने की शर्त पर मालदीव और भारत के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच आपसी समझ को बेहतर करने के प्रयासों का हिस्सा है।

### चीन से बढ़ी नजदीकियों के कारण बिगड़े थे भारत से संबंध
मालदीव और भारत के बीच संबंध तब बिगड़े थे जब मुइज्जू ने **नवंबर 2022** में राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद चीन के प्रति झुकाव दिखाना शुरू किया था। उन्होंने भारत से **90 भारतीय सैन्य कर्मियों** को वापस बुलाने की मांग की थी, जो भारत द्वारा उपहार में दिए गए **तीन विमानन प्लेटफॉर्म** का संचालन कर रहे थे। इसके बाद, भारत ने मई 2023 तक अपने सैन्य कर्मियों को वापस बुला लिया और उनकी जगह **डोर्नियर विमान और दो हेलीकॉप्टरों** के संचालन के लिए असैन्य कर्मियों को तैनात कर दिया।

### “इंडिया आउट” अभियान से किया इनकार
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में शामिल होने के दौरान अमेरिका पहुंचे मुइज्जू ने **प्रिंसटन विश्वविद्यालय** के एक कार्यक्रम ‘डीन्स लीडरशिप सीरीज’ में कहा कि मालदीव का किसी देश के खिलाफ कोई एजेंडा नहीं है और “इंडिया आउट” अभियान का समर्थन नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि **मालदीव के लोग विदेशी सैनिकों की मौजूदगी के खिलाफ हैं** और वे नहीं चाहते कि देश में एक भी विदेशी सैनिक तैनात रहे।

### सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी के अपमान पर लिया एक्शन
मुइज्जू ने बताया कि उन्होंने **सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां** करने वाले उपमंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि, “किसी को भी ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। मैं किसी भी व्यक्ति, चाहे वह नेता हो या आम आदमी, का अपमान सहन नहीं करूंगा। हर किसी की अपनी प्रतिष्ठा होती है।”

### भारत-मालदीव संबंधों में क्या बदलाव आ सकता है?
राष्ट्रपति मुइज्जू की यह यात्रा भारत और मालदीव के बीच **संबंधों में सकारात्मक बदलाव** का संकेत हो सकती है। मालदीव का **भौगोलिक और रणनीतिक महत्व** भारत के लिए हमेशा से अहम रहा है। ऐसे में, दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास को फिर से स्थापित करना क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की आगामी भारत यात्रा से दोनों देशों के रिश्तों में आई तल्खी को कम करने की उम्मीद है। चीन के साथ नजदीकियों के कारण मालदीव को जो समस्याएं झेलनी पड़ीं, उसने राष्ट्रपति मुइज्जू को यह एहसास दिलाया है कि **भारत के साथ संबंध बनाए रखना** उनके देश के हित में है। ऐसे में, यह देखना दिलचस्प होगा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच नए अध्याय की शुरुआत करती है या नहीं।

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