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अमेरिका जा रहे हैं तो ब्रांडेड कंपनी के कपड़े लेकर जाएं, नहीं तो होगी जेल

प्यूमा, एडिडास या नाइक जैसे किसी कंपनी का नकली ब्रॉन्ड पहनना है बैन
वॉशिंगटन,। आपने प्यूमा, एडिडास या नाइक जैसे किसी कंपनी का नकली ब्रैंड पहना है आप अमेरिका जा रहे हैं तो आप परेशानी में फंस सकते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका के सीमा शुल्क अधिकारी आपके इन कपड़ों, जूतों, गहनों या बैग को जब्त कर लेंगे, हो सकता है कि वे इसे नष्ट भी कर दें और आप पर केस दर्ज किया जा सकता है। अमेरिका के कस्टम ऑफिसरों ने नकली सामानों की तस्करी की निगरानी बढ़ा दी है। हाल के महीनों में अमेरिका में उड़ान भरने वाले कई भारतीय छात्रों और यात्रियों से कई महंगी लग्जरी आइटम जब्त कर लिए गए। एक रिपोर्ट के मुताबिक एयरपोर्ट पर एंट्री के दौरान लोगों ने देखा कि अमेरिकी अधिकारी और कर्मचारी लोगों के कपड़ों और सामान पर ‘कैंची चला’ रहे हैं। कई बार ये सामान कूड़ेदान में फेंक दिया जाता है।
यूएस कस्टम एण्ड बॉडर प्रोटेक्शन (सीबीपी) के नियम कहते हैं कि आप किसी भी तरह की नकली वस्तु जैसे शर्ट, हैंडबैग, या जूते ले जा सकते हैं बशर्ते वह व्यक्तिगत के खुद इस्तेमाल के लिए हो, न कि बेचने या फिर कमर्शल यूज के लिए। ज्यादा संख्या में हर चीज पर उनकी नजर जमी रहती है और वे शक के आधार पर पूछताछ के बाद यह फैसला लेते हैं कि इस सामान का क्या करना है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि झारखंड के जमशेदपुर के एक स्कूल टीचर के हवाले से कहा गहया है वह अपने बेटे से मिलने अमेरिका गए जो टेक्सास में पढ़ाई कर रहा है। उनके पास आठ शर्ट, चार पेंट, कुछ मोजे और एक जोड़ी जूते थे। सभी सामान पैक था क्योंकि वह उन्होंने खरीदा था, लेकिन एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने उनके बैग की जांच की और उनसे कई सवाल किए उन्होंने एयरपोर्ट अधिकारियों को समझाने की कोशिश की कि यह सब उनके बेटे के लिए है। वे सभी सामान नकली थे यानी बड़े ब्रैंड की कॉपी थे। उनको पता नहीं था कि ये बैन हैं। उन्होंने टीचर पर ‘क्रिमिनल चार्ज’ लगाने की धमकी दी थी, उनके पास उन्हें तुरंत सब कुछ जब्ती करने देने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं था। उन्होंने बताया कि कपड़े की कई चीजें फेंकने से पहले फट गई थीं… कम से कम 30,000 रुपए का सामान गंवा दिया। वहीं हैदराबाद के एक छात्र का कहना था कि भारत में लोगों के लिए बड़े ब्रैंड की डुप्लिकेट या कॉपी बेचना और खरीदना आम बात है। वे ऐसी कोई चेकलिस्ट भी नहीं देते जिससे लोगों को ये पता हो कि क्या ले जा सकते हैं और क्या नहीं। सीपीबी अधिकारियों का कहना था कि पिछले साल 19,724 शिपमेंट से 23 मिलियन नकली सामान जब्त किया गया इसके बाद से जांच बढ़ा दी गई है।

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