
*मॉस्को*। रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने रूस पर एक और बड़ा हमला करते हुए मॉस्को के पास ड्रोन से बमबारी की। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि रूस ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन के 144 ड्रोन मार गिराए हैं।
**मॉस्को के आसपास ड्रोन हमले से मची तबाही**
मंगलवार को मॉस्को के आसपास हुए ड्रोन हमलों के बाद पूरे इलाके में धुआं फैल गया, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई। रूस के गवर्नर एंड्री वोरोब्योव ने जानकारी दी कि एक ड्रोन हमले के बाद तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से एक महिला की मौत हो गई है। पहले यह खबर आई थी कि एक 9 साल के बच्चे की भी मौत हुई है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई।
**रूस का दावा – 144 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए**
रूसी अधिकारियों ने बताया कि मॉस्को के आसपास यूक्रेन के 144 ड्रोन मार गिराए गए हैं। इस हमले में कई रिहायशी इमारतों में आग लग गई और करीब 30 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। यूक्रेन की सीमा से सटे इलाकों में भी 60 से अधिक ड्रोन मार गिराए गए, हालांकि वहां किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
**रूस के ऊर्जा और सैन्य ठिकानों पर लगातार हमले**
यूक्रेन रूस के ऊर्जा, सैन्य और परिवहन ठिकानों पर लगातार ड्रोन हमले कर रहा है। रूस के प्रमुख हवाई अड्डों, डोमोडेडोवो और झुकोवो, से 30 से ज्यादा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रोक दी गई हैं। वहीं, यूक्रेन अमेरिका से अधिक शक्तिशाली हथियारों की मांग कर रहा है, ताकि रूस पर अधिक नुकसान पहुंचाने वाले हमले किए जा सकें और उसकी सैन्य क्षमता को कमजोर किया जा सके।
**मॉस्को के पास रामेंस्कोए जिले पर ड्रोन हमले का असर**
मॉस्को से करीब 50 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित रामेंस्कोए जिले में ड्रोन हमले से पांच फ्लैट तबाह हो गए हैं। इस जिले की आबादी लगभग चार लाख है। रूसी सुरक्षा सेवाओं से जुड़े टेलीग्राम चैनल ‘शॉट’ और ‘बाज़ा’ ने एक बहुमंजिला इमारत से आग की लपटें उठने का वीडियो साझा किया है। इससे पहले, सितंबर की शुरुआत में भी यूक्रेन ने रूस के ऊर्जा केंद्रों और बिजली संयंत्रों पर ड्रोन से कई हमले किए थे।
**यूक्रेन युद्ध के महत्वपूर्ण मोड़ पर**
जेलेंस्की ने ऐसे वक्त पर रूस पर हमला किया है, जब यूक्रेन युद्ध एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है। भारत और चीन समेत कई देश इस युद्ध को समाप्त करने की कोशिश में लगे हुए हैं। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल भी मध्यस्थता के लिए रूस गए हुए हैं, ताकि इस संघर्ष को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सके।
यूक्रेन के ड्रोन हमले से मॉस्को के आसपास हुई तबाही ने रूस-यूक्रेन संघर्ष को और गहरा कर दिया है। दोनों देशों के बीच बढ़ते हमलों और अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप से यह स्पष्ट है कि यह युद्ध अब एक नए मोड़ पर पहुंच चुका है।