वॉशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की बढ़ती उम्र और खराब होती सेहत को लेकर चिंताई जताई जाने लगी हैं। बाइडन के खास और उनका साथ देने वाले देश के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी अब बाइडन से किनारा करने लगे हैं। बाइडेन की बढ़ती उम्र और सामान्य रूप से जनता द्वारा यह मान लिया जाना कि बाइडेन का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। इस चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की दावेदारी को मजबूत बना रहा है। बाइडेन इस समय कोरोना से ग्रसित हैं और अपने घर में ही आइसोलेट हैं। पहले से ही कई डेमोक्रेटिक नेताओं ने बाइडेन पर राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से हटने के लिए दबाव बना रखा है। ऐसे में बाइडन के पक्के समर्थकों का दल, ओबामा और पेलोसी के हल्के विरोध के बाद और भी कमजोर होने लगा है। वहीं दूसरी तरफ तमाम विरोध के बाद भी बाइडेन का लगातार यही कहना है कि वह उम्मीदवारी से पीछे नहीं हटेंगे। वह एक ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्होंने पहले भी ट्रंप को हराया है और एक बार फिर वह ट्रंप को हराएंगे। बाइडेन और प्रेसिडेंट कैंपेन के अधिकारी फुलक्स ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह पीछे नहीं हट रहे हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के कई नेताओं द्वार लगातार बाइडेन की बढ़ती उम्र और उनके स्वास्थ्य पर सवाल उठा रहे हैं कि अगर वह ठीक नहीं है तो हमें किसी और के नेतृत्व में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में दावेदारी पेश करनी चाहिए।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर और बाइडेन का खुलकर सपोर्ट करने वाली नैन्सी पैलोसी ने भी बाइडेन को निजी तौर पर आगाह किया है कि अगर वह उम्मीदवारी से पीछे नहीं हटते हैं तो डेमोक्रेटिक पार्टी सदन में नियंत्रण हासिल करने की क्षमता को खो देगी। सूत्रों के अनुसार, पेलोसी ने बाइडेन से कहा कि आप इस समय की परिस्थितियों के मुताबिक ट्रंप को शायद नहीं हटा सकते, इसलिए जिद को छोड़कर आपको उम्मीदवारी से पीछे हट जाना चाहिए। वहीं, राष्ट्रपति बाइडेन ने इस मामले पर कहा था कि वह उम्मीदवारी से पीछे नहीं हट रहे हैं।
कभी भी उम्मीदवारी छोड़ सकते हैं बाइडन
स्थानीय खबरों के मुताबिक राष्ट्रपति बाइडेन भी अब यह मानने लगे हैं कि वह 5 नवंबर को होने वाले चुनाव में नहीं जीत सकते। लोग लगातार उनकी सेहत पर सवाल उठा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति बाइडेन का उम्मीदवारी से हटना अब केवल समय की बात है वह कभी भी इस उम्मीदवारी से अपने हटने की घोषणा कर सकते हैं। बाइडन के ऊपर लगातार दबाव बनाया जा रहा है करीब दो दर्जन से ज्यादा डेमोक्रेटिक नेताओं ने बाइडन का खुले तौर पर विरोध करते हुए उनसे उम्मीदवारी से पीछे हटने के लिए कह दिया है। अब जबकि बाइडेन के पक्के समर्थक बराक ओबामा और नैन्सी पेलोसी भी बाइडन पर पूरी तरह से भरोसा नहीं कर रहे हैं तो यह बाइडेन के लिए मुश्किल बढ़ाने वाली बात है। बाइडेन फिलहाल कोरोना से ग्रसित हैं, व्हाइट हाउस के मुताबिक उन्हें कोरोना के हल्के लक्षण हैं। फिलहाल वे क्वारिंटाइन में हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी में उथल-पुथल का दौर जारी है। नवंबर में चुनाव और अभी तक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर ही संशय की स्थिति बनी हुई है ऐसे में पार्टी के लॉ मेकर्स के बीच में भी संशय की स्थिति है कि आखिर किसका सपोर्ट करें। सूत्रों के मुताबिक कई डेमोक्रेटिक नेता राष्ट्रपति पद के लिए अब कमला हैरिस के पीछे लामबंधी करने में जुट गए हैं। कमला हैरिस इस समय पर उपराष्ट्रपति पद पर हैं और डेमोक्रेटिक पार्टी की एक बड़ी नेता भी हैं।