बाइडन पीएम मोदी का नाम भूले, पर चीन को कर दिया चौकन्ना
**वाशिंगटन** – अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन हाल ही में एक चूक के कारण आलोचनाओं का शिकार हो गए जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का परिचय देते समय उनका नाम भूल गए। यह घटना उनकी भूलों की सूची में एक नया अध्याय जोड़ रही है। हालांकि, इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि बैठक के दौरान बाइडन की एक टिप्पणी ने चीन को सतर्क कर दिया। बाइडन ने कहा, “चीन दुनिया के हर कोने में क्वाड देशों का इम्तहान ले रहा है,” जिसे उन्होंने धीमी आवाज में फुसफुसाते हुए कहा, लेकिन माइक चालू होने के कारण यह बात सार्वजनिक हो गई।
बाइडन की इस टिप्पणी ने चीन को नाराज कर दिया, और चीनी सरकारी मीडिया ने क्वाड को ‘फूट डालो और राज करो’ की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया। उनका दावा है कि क्वाड का उद्देश्य बीजिंग और उसके पड़ोसियों के बीच मतभेद पैदा करना है। यह बैठक न केवल अमेरिकी-चीन संबंधों में तनाव बढ़ाने वाली साबित हुई बल्कि इससे भारत की कूटनीतिक स्थिति भी मजबूत हुई है।
बाइडन की टिप्पणी से यह स्पष्ट होता है कि अमेरिका चीन के आक्रामक व्यवहार को गंभीरता से ले रहा है। उन्होंने कहा, “चीन लगातार आक्रामक तरीके से हमारा इम्तहान ले रहा है और कई मोर्चों पर पूरे क्षेत्र में तनाव पैदा कर रहा है।” यह बयान अमेरिका की चीन को लेकर चिंता को साफ तौर पर दर्शाता है।
इस क्वाड समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी शामिल थे। प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में स्पष्ट किया कि क्वाड किसी विशेष देश के खिलाफ नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता का सम्मान और सभी विवादों का शांतिपूर्ण समाधान सुनिश्चित करना है। हालांकि मोदी ने सीधे चीन का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा स्पष्ट था।
**निष्कर्ष** – बाइडन की भूल और चीन पर की गई उनकी टिप्पणी ने वैश्विक राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है। इससे भारत और अमेरिका के रिश्तों में मजबूती आई है, जबकि चीन के साथ तनाव और बढ़ सकता है।
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