पेरिस । एक महिला अपने ही घर में मौजूद खज़ाने को पहचान नहीं पाई और इसे फेंकने जा रही थी। महिला अपने घर की रसोई में सालों से इस पेंटिंग को टंगा हुआ देख रही थी। उसने हमेशा इसे एक मामूली पेंटिंग के तौर पर ही देखा लेकिन उसे नहीं पता था कि वाकई ये किसी खज़ाने से कम नहीं है। साल 2019 में साफ-सफाई का काम करने के दौरान उसने इसे कूड़े में फेंकने का भी मन बना लिया था, तभी उसकी किस्मत चमक गई। जिस महिला के घर पेंटिंग मिली, उसकी उम्र 90 साल से ज्यादा है। उसे 4 साल पहले ये पेंटिंग मिली थी, जिसकी कीमत नीलामी के दौरान 25 मिलियन डॉलर यानि 208 करोड़ रुपये लगी है। इसे चिली के अरबपति अलवारो सैह बेंडेक और उनकी पत्नी एना गुजमैन अह्नफेल्ट ने अपने प्राइवेट कलेक्शन के लिए खरीदा था। हालांकि फ्रांस की सरकार ने पेंटिंग को जब निर्यात लाइसेंस देने से इनकार कर दिया तो परेशानी खड़ी हो गई। अब म्यूज़ियम को पेंटिंग अपने पास रखने के लिए ज़रूरी फंड जमा करने के लिए 30 महीने का वक्त दिया गया है। म्यूज़ियम इस पेंटिंग के लिए सरकार को कितना फंड दे रही है, इसके बारे में जानकारी नहीं है। इसके पेंटर का नाम सिमाबू है और उनकी एक और पेंटिंग मिस्टा म्यूज़ियम में मौजूद है । फिलहाल इसकी मरम्मत का काम हो रहा है। 208 करोड़ में नीलाम होने वाली पेंटिंग क्रिस्ट मॉक्ड को साल 2025 में स्प्रिंग एग्ज़ीबिशन में पेश किया जाएगा। मालूम हो कि कई बार हमारे घर में ही कुछ ऐसी चीज़ें होती हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती है। हम उन्हें मामूली समझने की भूल कर देते हैं लेकिन वो बेशकीमती होती हैं।
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