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संकुल केंद्र के बाबू का 10 हजार रुपये लेने का वीडियो वायरल

मृत शिक्षक का समय वेतनमान का लाभ दिलाने बाबू ने हड़पे 30 हजार 

कटनी । जिले के संकुल केंद्र स्लीमनाबाद मैं पदस्थ सहायक ग्रेड-2 अतुल द्विवेदी के द्वारा एक मृत शिक्षक के परिजनों को समय वेतनमान का लाभ दिलाने के एवज मैं 50 हजार रुपये की रिश्वत खोरी करने का मामला प्रकाश मैं आया है।

जिसमे उक्त लिपिक अतुल द्विवेदी के द्वारा 10-10 हजार की तीन किश्त नगद ली जा चुकी है।साथ ही चौथी किश्त 10 हजार रुपये दी गई ओर काम नही किया गया तो परिजनों ने इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी व कलेक्टर से की।

साथ ही 10 हजार रुपये नगद लेने का वीडियो भी शिकायत के दौरान उपलब्ध कराया।अब यह वीडियो सोशल मीडिया मैं वायरल हो रहा है।जिसके बाद शिक्षा विभाग मैं हड़कम्प मचा हुआ है।

मृतक शिक्षक के परिजनों ने सौपी शिकायत के माध्यम से बताया कि स्व.जागेश्वर प्रसाद तिवारी सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला भेड़ा मैं पदस्थ थे।वर्ष 1982 मैं प्रथम नियुक्ति हुई थी।

साथ ही 1 जनवरी 2008 को उनका निधन हो गया था।

लोक शिक्षा संचानालय के आदेशानुसार मृतक शिक्षक को नियुक्ति दिनांक से एरियर्स राशि का भुगतान किया जाना था।जिसमें

मृतक शिक्षक की पत्नी सावित्री तिवारी के द्वारा आवेदन प्रक्रिया संकुल केंद्र स्लीमनाबाद मैं दिया गया।

नियुक्ति दिनांक से समयमान वेतनमान का लाभ दिलाने के लिए लिपिक अतुल द्विवेदी के द्वारा 50 हजार की डिमांड की गई।

जिसमे दस-दस हजार रुपये की तीन किश्त बाबू को दी गई।लेकिन कोई काम नही किया गया।लिपिक का कहना था कि जब तक पूरी राशि 50 हजार नही दोगे काम नही होगा।

तब मृतक शिक्षक के भतीजे के द्वारा दस हजार रुपये की राशि 25 जनवरी 2023 को लिपिक को दी गई व राशि देने का वीडियो बनाकर रख लिया गया।

30 हजार रुपये लेने के बाद भी आज तक मृतक शिक्षक के परिजनों को समयमान वेतनमान का लाभ नही दिया गया।

परिजनों का कहना है लिपिक का कहना है जब तक पूरी राशि 50 हजार नही दोगे काम नही होगा।

लिपिक के द्वारा काम न कर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।

इनका कहना है- पृथ्वीपाल सिंह जिला शिक्षा अधिकारी

स्लीमनाबाद संकुल केंद्र मैं पदस्थ सहायक ग्रेड-2 अतुल द्विवेदी के खिलाफ रिश्वतखोरी का मामला प्रकाश मैं आया है।मृतक शिक्षक के परिजनों ने इसकी शिकायत की है साथ ही साक्ष्य के रूप मे वीडियो उपलब्ध हुआ।

रिश्वत खोर लिपिक को बख्शा नही जाएगा।अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए संयुक्त संचालक को पत्र लिखा गया है।

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