काउंटी क्रिकेट में संघर्ष के बाद अबू धाबी में चमके इमरान ताहिर
**जोहांसबर्ग:** दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर इमरान ताहिर के करियर की यात्रा में कई संघर्ष और चुनौतियाँ रही हैं। पाकिस्तान में जन्मे ताहिर ने जब अपने देश में टीम में जगह नहीं पाई, तो इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट का रुख किया। हालांकि, काउंटी क्रिकेट में भी असफलता ने उन्हें एक दुकान में काम करने को मजबूर किया, जहां उन्हें टॉयलेट की सफाई जैसे काम भी करने पड़े।
ताहिर की किस्मत ने 2005 में दक्षिण अफ्रीकी महिला सुमाया दिलदार से शादी के बाद करवट बदली। इस शादी के बाद ताहिर को दक्षिण अफ्रीकी नागरिकता मिली और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए क्रिकेट खेलना शुरू किया।
ताहिर ने 2011 में दक्षिण अफ्रीका के लिए अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला, जिसमें उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट लिए। एकदिवसीय क्रिकेट में, ताहिर ने 58 मैचों में 100 विकेट लेने का रिकॉर्ड कायम किया, जिससे वे सबसे तेज दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज बन गए।
वह एकदिवसीय विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका की तरफ से सबसे ज्यादा 39 विकेट लेने वाले स्पिनर हैं। टी20 क्रिकेट में भी उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे तेज 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। इसके साथ ही, ताहिर के नाम आईसीसी के तीन प्रमुख टूर्नामेंट्स – एकदिवसीय विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी, और टी20 विश्व कप – में एक मैच में 4 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी है।