प्रथम तिमाही में पश्चिम मध्य रेल ने लगभग 14 मिलियन टन माल लदान किया
*गत वर्ष से 03 प्रतिशत से अधिक लदान*
भोपाल। पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के निरंतर मॉनिटरिंग और वाणिज्य एवं परिचालन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के आपसी समन्वय से कार्य करते हुए गुड्स लोडिंग को बढ़ाने के प्रयासों के परिणामस्वरूप, पश्चिम मध्य रेल ने इस वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में कुल 13.85 मिलियन टन माल लदान किया। यह संख्या गत वित्तीय वर्ष की इसी अवधि में 13.40 मिलियन टन थी, जो कि 03.35 प्रतिशत अधिक है। अकेले जून माह में 04.56 मिलियन टन माल लदान किया गया, जबकि पिछले वर्ष की इसी माह में यह संख्या 04.41 मिलियन टन थी, जो कि 03.40 प्रतिशत अधिक है।
माल यातायात बढ़ाने के लिए पश्चिम मध्य रेल मुख्यालय और तीनों मंडलों द्वारा फ्रेट लोडिंग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। रेलवे द्वारा मालभाड़ा व्यापारियों को कई तरह की रियायतें, छूट और अन्य सुविधाएँ भी प्रदान की जा रही हैं, जिससे व्यापारी अधिक से अधिक रेलवे की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इसके साथ ही, रेकों की ट्रैकिंग कर उनके कंसाइनमेंट की समय पर सटीक जानकारी दी जा रही है।
मालगाड़ियों की औसत गति में वृद्धि करके अलग-अलग रेल खंड की क्षमता में वृद्धि और इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाया गया है। ऑपरेशनल सुधार भी किए जा रहे हैं, जिसमें कई माल गोदामों में चौबीस घंटे लोडिंग एवं अनलोडिंग सेवाएँ शामिल हैं। गुड्स टर्मिनल की वर्किंग में सुधार और मालगाड़ियों के डिटेंशन को कम करके मालगाड़ियों के संचालन में तेजी लाई गई है, जिससे माल ढुलाई में वृद्धि हुई है।
पश्चिम मध्य रेल द्वारा माल यातायात की उत्तरोत्तर वृद्धि के लिए आगे भी निरंतर प्रयास जारी रहेंगे।