सीहोर, मध्य प्रदेश: जिले के कलेक्टर प्रवीण सिंह अढायच ने एक निजी स्कूल पर बड़ा फैसला सुनाया है। उनके निर्देशानुसार, यह स्कूल छात्रों को एक दुकान से मतलबनी बुक्स खरीदने के लिए दबाव बना रहा था और अनुचित तरीके से फीस में वृद्धि की गई थी। इस पर कलेक्टर ने स्कूल पर 2 लाख रुपए का जुर्माना ठोंका और सात दिनों के अंदर राशि जमा करने की चेतावनी दी।
लेकिन स्कूल ने न तो जुर्माना चुकाया और न ही राशि जमा की। इस पर कलेक्टर ने पूरी प्रशासनिक टीम के साथ मिलकर स्कूल के सामान को जब्त करने का आदेश दिया। सामान को नगर पालिका के कचरा वाहन में भरकर लाया गया, जिससे घटना की चर्चा में लोग यही कह रहे हैं – “कलेक्टर हो तो ऐसा..!”