भोपाल। बैरसिया विकासखंड के सोहाया उप स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के दौरान एक महिला की मृत्यु और नवजात शिशु के निधन के मामले में लापरवाही बरतने वाले 10 अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। 20 सितंबर को सोहाया निवासी एक प्रसूता की प्रसव के दौरान मृत्यु हो गई, जिससे स्वास्थ्य विभाग के मानकों की गंभीर अनदेखी उजागर हुई।
इस प्रकरण में कलेक्टर की अनुशंसा पर विभागीय कार्रवाई की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. प्रभाकर तिवारी द्वारा की गई प्राथमिक जांच में पाया गया कि स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रसव मामले को निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार नहीं संभाला। जांच में यह भी सामने आया कि विकासखंड और जिला स्तर पर जिम्मेदार अधिकारियों ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन गंभीरता से नहीं किया।
जांच के परिणामों के आधार पर सीएमएचओ ने संबंधित कर्मचारियों को नोटिस जारी किए। किसी भी उचित उत्तर के अभाव में निम्नलिखित कार्रवाई की गई:
डॉ. पूनम श्रीवास्तव, जिला स्वास्थ्य अधिकारी – चेतावनी पत्र
डॉ. पुष्पा गुरु, मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी बैरसिया – विभागीय जांच शुरू कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा
श्री मनोज मेहर, विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक – वार्षिक वेतन वृद्धि रोककर आर्थिक दंड लगाया गया
सुश्री अंजू बिहारे, प्रभारी कम्युनिटी मोबिलाइजर – वार्षिक वेतन वृद्धि रोककर आर्थिक दंड लगाया गया
श्री बी के श्रीवास्तव, सेक्टर सुपरवाइजर – निलंबित
श्रीमती ज्योति दाते, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर – सेवा समाप्त
श्रीमती अनीता सेन, एएनएम – सेवा समाप्त
श्रीमती तबस्सुम अख्तर, एएनएम – सेवा समाप्त
श्रीमती संगीता शर्मा, आशा सहयोगी – निष्कासन
श्रीमती सीमा सैनी, आशा कार्यकर्ता – निष्कासन
कलेक्टर द्वारा इस मामले में सख्त कार्रवाई को लेकर की गई अनुशंसा से यह स्पष्ट है कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और प्रसव के समय महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखा जाए।
प्रसव के दौरान लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई: 10 स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ की गई कार्रवाई
