भोपाल ।।मध्यप्रदेश में सरकार ने काम में लापरवाही और अनियमितता बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने 39 आउटसोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त करने का बड़ा फैसला लिया है। यह कदम प्रदेश में सरकारी महकमों में काम के प्रति सजगता बढ़ाने की दिशा में उठाया गया है।
बर्खास्त किए गए सभी कर्मचारियों को बाह्यस्त्रोत एजेंसी के माध्यम से नियुक्त किया गया था, और उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए कंपनी ने उन्हें ब्लैक लिस्ट भी कर दिया है। इसका मतलब है कि ये कर्मचारी प्रदेशभर में किसी भी बिजली कंपनी में फिर से नौकरी नहीं पा सकेंगे।
कंपनी के प्रबंध संचालक क्षितिज सिंघल ने कहा कि मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में जीरो टोलरेंस की नीति लागू है। उन्होंने चेताया कि काम में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बर्खास्त किए गए कर्मचारियों में गुना के 15, शिवपुरी वृत्त के 11, भोपाल ग्रामीण के 3, नर्मदापुरम ग्रामीण के 3, भिंड के 6 और रायसेन के 1 कर्मचारी शामिल हैं।
यह सख्त निर्णय सरकार की लापरवाह कर्मचारियों के प्रति जीरो टोलरेंस नीति को दर्शाता है, और इससे स्पष्ट है कि सरकार अब किसी भी प्रकार की अनियमितता को सहन नहीं करेगी।
एमपी में सख्त कार्रवाई: 39 आउटसोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया
