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विज्ञान पर्व 2025 और केंद्र की 30वीं वर्षगांठ समारोह: दूसरे दिन की खास झलकियां

भोपाल। आंचलिक विज्ञान केंद्र, भोपाल में 10 से 12 जनवरी 2025 तक आयोजित विज्ञान पर्व और केंद्र की 30वीं वर्षगांठ समारोह का दूसरा दिन अत्यधिक जानकारीपूर्ण और रोचक रहा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शहर के प्रमुख वैज्ञानिक संस्थानों द्वारा विकसित तकनीकों और उत्पादों को आम जनता के जीवन में सुधार लाने के उनके योगदान को प्रदर्शित करना है।

दूसरे दिन की मुख्य गतिविधियां

आज, 12 जनवरी 2025 को कार्यक्रम के दूसरे दिन, इंटरएक्टिव सत्र और लोकप्रिय वार्ता का आयोजन किया गया।

इंटरएक्टिव सत्र:
डॉ. शंकर वी. नाखे, पूर्व निदेशक, राजा रमन्ना सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी, इंदौर और प्रतिष्ठित वैज्ञानिक, परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार ने इस सत्र का संचालन किया।

उन्होंने छात्रों और शिक्षकों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग के महत्व पर प्रकाश डाला।

चर्चा में परमाणु और लेजर तकनीक, अंतरिक्ष अन्वेषण, रेलवे और मोबाइल फोन जैसी तकनीकों से संबंधित सवाल शामिल थे।


लोकप्रिय वार्ता:
नेहरू विज्ञान केंद्र, मुंबई के निदेशक श्री उमेश कुमार ने विज्ञान को रोचक बनाने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि बिना किसी मानक विज्ञान प्रयोग किट के भी विभिन्न शारीरिक तकनीकों का उपयोग करके आकर्षक विज्ञान शो कैसे प्रस्तुत किए जा सकते हैं।


इन सत्रों में लगभग 300 छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया।

प्रदर्शनी की खासियत

विज्ञान पर्व में भोपाल और अन्य शहरों के 18 प्रमुख वैज्ञानिक संस्थानों ने हिस्सा लिया है।

संस्थानों जैसे आईआईएसईआर भोपाल, एम्स भोपाल, आरआरसीएटी इंदौर, एनआईडी भोपाल, और ऊर्जा विकास निगम भोपाल ने अपने स्टॉल पर अपने उत्पादों और तकनीकों का प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनी आम जनता, छात्रों और शिक्षकों के लिए खुली है।


अब तक इस कार्यक्रम का आनंद 4,000 से अधिक दर्शक ले चुके हैं। विज्ञान प्रदर्शनी आज, 12 जनवरी 2025, को दोपहर 2 बजे तक जारी रहेगी।

आकर्षण का केंद्र

यह महोत्सव विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई सोच को बढ़ावा देने और छात्रों को प्रेरित करने के लिए एक आदर्श मंच साबित हो रहा है।

ध्यान दें: कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए जल्द ही आंचलिक विज्ञान केंद्र, भोपाल का दौरा करें।

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