विश्व दृष्टि दिवस पर विशेष नेत्र परीक्षण शिविर आयोजित, बच्चों को बताए गए आंखों की सुरक्षा के उपाय

भोपाल: 10 अक्टूबर को विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर शहर में नेत्र रोगों की रोकथाम और आंखों की देखभाल के महत्व पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से विशेष नेत्र परीक्षण शिविरों और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन शिविरों में नेत्र रोग विशेषज्ञों और नेत्र सहायकों द्वारा लोगों की आंखों की जांच की गई और उचित देखभाल के लिए परामर्श दिए गए। इसके अलावा, आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में भी नेत्र देखभाल से संबंधित कार्यक्रम और गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
इस अवसर पर शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधित विद्यालय में दिव्यांग बच्चों के लिए एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 89 बच्चों की आंखों की जांच की गई। जांच के दौरान 2 बच्चों में जन्मजात मोतियाबिंद पाया गया, जिन्हें सर्जरी के लिए चिन्हित किया गया है। इसके अलावा, 6 बच्चों में भेंगापन और 2 बच्चों में रिफ्रेक्टिव एरर (दृष्टिदोष) की समस्या पाई गई, जिनके उपचार की सिफारिश की गई है।
विश्व दृष्टि दिवस: थीम और महत्व
विश्व दृष्टि दिवस हर साल अक्टूबर के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम “चिल्ड्रन, लव योर आईज” है, जिसका उद्देश्य बच्चों में आंखों की देखभाल के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। हाल के अनुसंधानों के अनुसार, बढ़ते स्क्रीन टाइम के कारण बच्चों में मायोपिया (नजर कमजोर होना) जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों की आंखों की समय-समय पर जांच करवाकर गंभीर नेत्र रोगों से बचाव किया जा सकता है।
नेत्र रोगों के उपचार हेतु राष्ट्रीय कार्यक्रम
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, भोपाल, डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि नेत्र रोगों के उपचार और देखभाल के लिए राष्ट्रीय अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसके तहत मोतियाबिंद के निशुल्क ऑपरेशन, कॉर्निया प्रत्यारोपण, स्कूली बच्चों की निशुल्क आंखों की जांच और चश्मा वितरण जैसी सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
इसके साथ ही, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों की आंखों की नियमित जांच की जाती है। इस कार्यक्रम के तहत जन्मजात दृष्टिदोष जैसे मोतियाबिंद और भेंगापन का उपचार भी निशुल्क किया जाता है। भोपाल जिले में विगत वित्तीय वर्ष में 22 बच्चों का जन्मजात मोतियाबिंद ऑपरेशन निशुल्क किया गया है।
नेत्रदान के प्रति जागरूकता
स्वास्थ्य विभाग द्वारा नेत्रदान के महत्व को भी रेखांकित किया जा रहा है। विभाग ने नेत्रदान के लिए लोगों को जागरूक और प्रोत्साहित करने के लिए विशेष अभियान चलाया है। नेत्रदान के इच्छुक लोग राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1800-114-770 पर संपर्क कर पंजीकरण करवा सकते हैं।
बच्चों की आंखों की सुरक्षा के उपाय
विशेषज्ञों ने बच्चों को आंखों की सुरक्षा के लिए कुछ खास सुझाव दिए:
1. स्क्रीन टाइम को सीमित करें।
2. नियमित रूप से आंखों की जांच करवाएं।
3. संतुलित आहार का सेवन करें, जिसमें हरी सब्जियाँ और विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल हों।
4. उज्ज्वल प्रकाश में पढ़ाई करें और आंखों को आराम देने के लिए बीच-बीच में ब्रेक लें।
इस प्रकार, इस वर्ष के विश्व दृष्टि दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों ने न केवल बच्चों बल्कि सभी आयु वर्ग के लोगों में आंखों की देखभाल के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।





