कुख्यात डकैत मलखान सिंह के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई की मांग, भिंड में समाजसेवियों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

भिंड। जिले के समाजसेवियों ने कुख्यात डकैत मलखान सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की माँग को लेकर एकजुट होकर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन समाजसेवी मुकेश दीक्षित के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव पाठक को सौंपा गया।

मुकेश दीक्षित ने कहा कि मलखान सिंह, जो अतीत में मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और राजस्थान में 100 से अधिक आपराधिक मामलों का अभियुक्त रहा है, आज भी मीडिया में अनर्गल बयानबाज़ी कर उनके परिवार की मान-सम्मान और प्रतिष्ठा को धूमिल कर रहा है।

1980 में दीक्षित परिवार पर हुआ था जानलेवा हमला

ज्ञापन में मुकेश दीक्षित ने बताया कि सन 1980 में उनके दादा और तत्कालीन सरपंच स्व. कैलाश नारायण दीक्षित की गोल मार्केट, भिंड में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह हत्या मलखान सिंह और उसके गिरोह द्वारा की गई थी। हत्या के बाद लगातार 14 वर्षों तक फरार रहने के दौरान इस डकैत के डर के कारण ग्राम बिलाव में उनकी कृषि भूमि खाली पड़ी रही।

निरंतर मिलती हैं धमकियाँ, परिवार अब भी दहशत में

मुकेश दीक्षित ने बताया कि डकैत मलखान सिंह लगातार उनके परिवार के खिलाफ साजिशें रचता रहा है, और 2013 में जिला पंचायत चुनाव के दौरान उन्हें मलखान सिंह का नाम लेकर धमकी दिलवाई गई थी। उस समय पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा उपलब्ध कराई थी, लेकिन अब दोबारा डर का माहौल बन रहा है।

मीडिया में दिये बयान झूठे और मानहानिकारक

उन्होंने यह भी कहा कि डकैत द्वारा हाल ही में मीडिया में उनके दादा कैलाश सरपंच और पूर्व गृह मंत्री नरसिंह राव दीक्षित के खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं, जो नितांत असत्य और निंदनीय हैं। मलखान सिंह द्वारा राम जानकी मंदिर की 100 बीघा भूमि के बारे में बार-बार किये जा रहे दावे को भी उन्होंने निराधार बताया।

फिल्म निर्माण का भी हुआ विरोध

मुकेश दीक्षित ने आरोप लगाया कि कुछ वर्ष पहले मलखान सिंह पर एक फिल्म गलत तथ्यों के आधार पर बनाई जा रही थी, जिसका जिले के समाजसेवियों ने तीव्र विरोध किया और फिल्म को रोका गया। उन्होंने कहा कि मलखान सिंह द्वारा पूर्वाग्रह और द्वेष भावना के कारण उनके परिवार के खिलाफ निरंतर बयानबाज़ी की जा रही है।

माल और जान दोनों का खतरा, सुरक्षा की मांग

मुकेश दीक्षित ने प्रशासन से मांग की कि मलखान सिंह के खिलाफ शीघ्र मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए और उन्हें तथा उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि गांव के कुछ आपराधिक तत्व भी मलखान सिंह से जुड़े हुए हैं, जिससे परिवार की सुरक्षा को गंभीर खतरा है।

सामूहिक समर्थन और निंदा

ज्ञापन सौंपने के दौरान कई प्रमुख सामाजिक संगठन और व्यक्तित्व मौजूद रहे, जिनमें शामिल हैं:

बाबा भगवान दास सैंथिया (संरक्षक, ब्राह्मण महासभा)

अरुण सिंह भदोरिया (समाजसेवी, क्षत्रिय महासभा)

शंभू सिंह राजावत (प्रदेश महासचिव)

प्रेम सिंह शंखवार (प्रदेश सचिव, दलित एक्शन कमेटी)

रॉकी तोमर, विनोद दुबे, अमित सिरोठिया, संजीव सिंहराजावत, यशपाल सिंह भदोरिया,
मोती सिंह कुशवाहा, दीपक बरुआ, दिलीप शर्मा, आर्यन शर्मा, अमित जैन, सतीश जैन, रामजी शर्मा,
गुड्डू ठेकेदार सहित अनेक समाजसेवी और ग्रामीणजन।


सभी उपस्थित जनों ने मलखान सिंह की ओर से किए गए घृणित बयानों की निंदा करते हुए प्रशासन से मांग की कि इस अपराधी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि जिले में शांति और कानून व्यवस्था बनी रहे।

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