भोपाल। भेल के डीजीएम को हनीट्रैप में फंसाने के आरोप में फरार महिला के घर तक पुलिस पहुंच गई है। पुलिस ने महिला की बेटियों से पूछताछ की, लेकिन महिला के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई। सूत्रों के अनुसार, जांच कर रही एसआईटी को गिरोह से जुड़ी अन्य महिलाओं के नाम भी मिले हैं।
पुलिस ने एमपी नगर में आरोपी महिला के घर पर छापा मारा, लेकिन वह वहां नहीं मिली। पुलिस ने उसकी बेटियों के बयान दर्ज किए, जिन्होंने बताया कि उनकी मां पहले एक ब्यूटी पार्लर चलाती थी, लेकिन वर्तमान में उसकी गतिविधियों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
डीजीएम को किडनैप कर जबलपुर ले जाने वाली कार को पुलिस ने जब्त कर लिया है। हनीट्रैप का शिकार भेल डीजीएम पहले साकेत नगर में रहते थे, जहां उनकी आरोपी महिला से पहचान हुई थी। आरोपी महिला और डीजीएम के बीच लंबे समय तक बातचीत और कई पर्यटन यात्राओं की जानकारी मिली है, जो पुलिस पूछताछ में सही साबित हुई है।
एसआईटी की जांच में ममता द्विवेदी, पूजा राजपूत, जया और एक उज्बेकिस्तानी महिला के नाम सामने आए हैं। उज्बेकिस्तानी महिला देह व्यापार से जुड़ी है, जबकि अन्य तीन महिलाएं दलाली का काम करती हैं और भोपाल में सक्रिय थीं। ये महिलाएं विभिन्न होटलों में ग्राहकों की डिमांड के अनुसार लड़कियों की सप्लाई करती थीं। बुकिंग के बाद राशि यूपीआई के माध्यम से ट्रांसफर की जाती थी, और कॉल गर्ल को तय स्थान तक लाने-ले जाने का काम एक युवक करता था। ग्राहक से संपर्क कराने वाले को भी कमीशन दिया जाता था।