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फॉर्च्यूनर में सवार रईसजादे का हंगामा: रोडवेज बस के आगे हथियार लहराया, यात्रियों पर चढ़ाने की कोशिश, हादसे के बाद गिरफ्तार

घटनाक्रम: दिल्ली जा रही रोडवेज बस को बीच रास्ते में रोका गया

जींद (हरियाणा)। जींद डिपो से दिल्ली के लिए रवाना हुई हरियाणा रोडवेज की एक बस उस वक्त सनसनीखेज हंगामे का शिकार बन गई, जब एक फॉर्च्यूनर में सवार रईसजादा युवक ने रास्ता रोककर हथियार लहराया और बस चालक को जबरदस्ती रुकने पर मजबूर किया।

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे यह मामला और भी चर्चाओं में आ गया है।


हथियार लहराया, फिर यात्रियों को कुचलने की कोशिश

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आरोपी युवक जिसकी पहचान मोहम्मद संजय खान के रूप में हुई है, ने हथियार दिखाकर बस को रुकवाया। जब बस रुकी, तो वह सवारियों पर फॉर्च्यूनर चढ़ाने की कोशिश करता हुआ आगे बढ़ा और तेज़ रफ़्तार में कार भगा ले गया।कुछ ही दूरी पर उसकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया।
नशे में धुत, हथियार के साथ गिरफ्तार

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मोहम्मद संजय खान नशे की हालत में था, और उसके पास से एक अवैध हथियार भी बरामद किया गया है। आरोपी को शस्त्र अधिनियम और सार्वजनिक सुरक्षा से खिलवाड़ के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है।
अब पुलिस यह जांच कर रही है कि आरोपी के पास मौजूद हथियार का लाइसेंस था या नहीं, और उसकी मानसिक स्थिति कैसी थी।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो, लोगों में रोष

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जनता में भारी रोष है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि आरोपी किस तरह आत्मघाती तरीके से बस को रोकता है और लोगों की जान को खतरे में डालता है। नेटिज़न्स ने सवाल उठाया है कि कैसे एक व्यक्ति नशे में हथियार लेकर खुलेआम सड़कों पर घूम सकता है और किसकी मिलीभगत से इतने बेखौफ अंदाज़ में कानून की धज्जियां उड़ा रहा है।

प्रशासन सख्त, हो सकती है गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई

पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी की पृष्ठभूमि की भी जांच की जा रही है, और यदि वह पूर्व अपराधों में शामिल पाया गया, तो उस पर गैंगस्टर एक्ट और एनडीपीएस जैसी गंभीर धाराएं भी लग सकती हैं।
निष्कर्ष: इस घटना ने एक बार फिर दिखाया है कि रईसजादों की लापरवाही और कानून की अवहेलना कैसे आम जनता की जान जोखिम में डाल सकती है। अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि प्रशासन इस मामले में कितनी सख्त कार्रवाई करता है और क्या इस तरह के अपराधियों पर कोई नज़ीर स्थापित की जाती है या नहीं।

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