जयपुर/भोपाल। भारतीय रेलवे द्वारा राजस्थान समेत पूरे देश में सस्ती और सुरक्षित रेल सेवाओं के विस्तार के लिए अभूतपूर्व प्रयास किए जा रहे हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को जोधपुर प्रवास के दौरान बताया कि राजस्थान में करीब 44,000 करोड़ रुपये की रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं तेजी से प्रगति पर हैं।
रेल मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गरीब और मध्यम वर्ग केंद्रित विजन के अनुरूप रेलवे यात्री सुविधाओं को सुलभ और आधुनिक बनाने के लिए पूर्ण संकल्प के साथ काम कर रहा है। राजस्थान में विकास के लिए 10,000 करोड़ रुपये का रेल बजट स्वीकृत किया गया है, जिससे कई नई लाइनें, दोहरीकरण, गेज परिवर्तन और स्टेशनों के कायाकल्प जैसे कार्य किए जा रहे हैं।
राजस्थान की प्रमुख प्रगति पर रेल परियोजनाएं – Railway Projects in Rajasthan 2025
रेल मंत्री वैष्णव ने प्रेस से बातचीत में बताया कि विगत 10 वर्षों में राज्य में 3,784 किलोमीटर नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं और बड़े स्तर पर रेल विद्युतीकरण कार्य भी पूरा किया गया है। निम्नलिखित प्रमुख परियोजनाएं फिलहाल कार्य प्रगति पर हैं:
पुष्कर–मेड़ता रोड नई रेल लाइन
अंबाजी–आबूरोड कनेक्टिविटी विस्तार तरंगा हिल तक
लूनी–समदड़ी–भीलड़ी रेलमार्ग दोहरीकरण
रींगस–खाटूश्यामजी के बीच 17 किलोमीटर नई रेल लाइन
जयपुर–सवाई माधोपुर (131 किमी) दोहरीकरण
अजमेर–चित्तौड़ (171 किमी) मार्ग का दोहरीकरण
रास–मेड़ता नई रेल लाइन का निर्माण
मावली–देवगढ़–मदारिया गेज परिवर्तन
रामगंजमंडी–भोपाल और नीमच–बड़ी सादड़ी नई रेल लाइन परियोजनाएं
इसके साथ ही रतलाम–बांसवाड़ा–डूंगरपुर रेल लाइन के लिए केंद्र सरकार से स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू की गई है और राज्य सरकार से बातचीत जारी है।
अब ट्रेनों की सफाई एयरक्राफ्ट मॉडल पर – Clean Train Station Innovation
रेल मंत्री ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान को गति देने के लिए रेलवे ने क्लीन ट्रेन स्टेशन योजना को विस्तारित किया है। वर्तमान में देशभर के 350 रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों की एयरक्राफ्ट जैसी गहन सफाई की जाती है और अब यह संख्या बढ़ाकर 750 स्टेशन की जा रही है।
यह नवाचार भारतीय रेलवे को वैश्विक स्तर की स्वच्छता सुविधा की ओर ले जाएगा। ट्रेनों की सफाई अब उसी प्रोफेशनल प्रक्रिया से होगी जैसी हवाई जहाजों की की जाती है।
12 हजार जनरल कोच जोड़े गए – Affordable Railway Travel
कोरोना के बाद रेल सेवाओं को सशक्त और समावेशी बनाने के उद्देश्य से अब तक 12,000 जनरल कोच जोड़े जा चुके हैं। इससे गरीब और मध्यम वर्ग के यात्रियों को बड़ी राहत मिली है। इसके अलावा ग्रीष्मावकाश 2025 को देखते हुए देशभर में स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं ताकि यात्रियों को निर्बाध और आरामदायक यात्रा अनुभव मिल सके।
राजस्थान में 44,000 करोड़ की रेलवे परियोजनाएं प्रगति पर, ट्रेनों की होगी एयरक्राफ्ट जैसी सफाई – रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
