एम्स भोपाल में विश्व रक्तदाता दिवस पर जनजागरूकता अभियान, डॉक्टर अजय सिंह बोले – ‘रक्तदान मानवता की सबसे महान सेवा’

भोपाल । एम्स भोपाल (AIIMS Bhopal) में विश्व रक्तदाता दिवस 2025 के अवसर पर एक विशेष जनजागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान का नेतृत्व एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने किया। आयोजन का उद्देश्य स्वैच्छिक रक्तदान को प्रोत्साहित करना और रक्त की नियमित एवं सुरक्षित आपूर्ति के महत्व को लेकर आमजन को जागरूक बनाना था।
हर बूंद जीवन की उम्मीद है…
14 जून को मनाया जाने वाला विश्व रक्तदाता दिवस उन लाखों रक्तदाताओं को समर्पित होता है जो निःस्वार्थ भाव से रक्तदान कर अनगिनत ज़िंदगियाँ बचाते हैं। एम्स भोपाल ने इस दिन को “रक्तदान – जीवन के लिए उपहार” की भावना के साथ मनाया।
कार्यक्रम के दौरान आयोजित संवादात्मक सत्र में एम्स भोपाल के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया कि रक्तदान सिर्फ आपातकालीन परिस्थितियों में ही नहीं बल्कि थैलेसीमिया, कैंसर, सिकल सेल, एनीमिया जैसे दीर्घकालिक रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए भी जीवनरक्षक होता है।
रक्तदान से जुड़ी भ्रांतियों को किया दूर
जनजागरूकता कार्यक्रम में लोगों को रक्तदान से जुड़ी भ्रांतियों और डर से मुक्त करने के लिए वैज्ञानिक जानकारी दी गई। साथ ही बताया गया कि आधुनिक तकनीकों और सख्त मापदंडों के कारण रक्तदान आज पूर्णतः सुरक्षित प्रक्रिया है।
अजय सिंह का संदेश: “यह हमारी सामाजिक ज़िम्मेदारी है”कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा कि “रक्तदान मानवता की सेवा का सबसे महान कार्य है। भारत जैसे विशाल देश में सुरक्षित रक्त की उपलब्धता एक गंभीर चुनौती है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी मरीज की जान रक्त की अनुपलब्धता से न जाए। एम्स भोपाल सिर्फ चिकित्सा सेवाओं में ही नहीं, जनजागरूकता के क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।”
उन्होंने कहा कि इस दिवस के माध्यम से हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम स्वयं रक्तदान करें और दूसरों को इसके लिए प्रेरित करें। इस आयोजन में संकाय सदस्य, रेजिडेंट डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल स्टूडेंट्स और आम नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उपस्थित लोगों ने न केवल रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाई, बल्कि आने वाले समय में नियमित रक्तदाता बनने का संकल्प भी लिया।