पितृ पक्ष अमावस्या: श्रद्धा के साथ पितरों को दी विदाई
गुना: पितृ पक्ष अमावस्या के अवसर पर हिंदू संस्कृति के अनुयायियों ने अपने-अपने पितरों को श्रद्धापूर्वक पूजन कर विदाई दी। इस दिन, लोग पहले नदी में स्नान कर सूर्य देव को जल अर्पित करते हैं और अपने पूर्वजों के नाम का स्मरण करते हुए जल अर्पण करते हैं।
इस प्रक्रिया के दौरान, श्रद्धालु अपने पितरों की आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए धूप-दीप से आरती उतारते हैं और आशीर्वाद की प्रार्थना करते हैं। इस अवसर पर, अपने जीवन में जाने-अंजाने की गई गलतियों के लिए क्षमा प्रार्थना भी की जाती है।
पितृ पूजन के साथ ही जल में रहने वाले जीवों को प्रसाद वितरित किया जाता है। श्रद्धालु गौ माता को प्रणाम करते हुए भोलेनाथ मठ के दर्शन करते हैं और फिर अपने घरों में पूजा अर्चना करते हैं।
इस विशेष दिन पर महिपाल सिंह सोलंकी, राम प्रसाद कुशवाहा, मेहरबान लोधी, राजेंद्र सिंह सोलंकी सहित अनेक जन समुदाय ने अपने-अपने पितरों को विसर्जित कर विदाई दी, जिससे पितृ पक्ष की पारंपरिक रस्मों को निभाया गया। यह दिन न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि परिवार की एकता और परंपराओं के प्रति समर्पण का भी परिचायक है।