एमसीयू में मीडिया प्रबंधन विभाग का अभिमुखीकरण कार्यक्रम
**भोपाल:** माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के माखनपुरम परिसर में मीडिया प्रबंधन विभाग द्वारा एक विशेष अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में चार प्रतिष्ठित वक्ताओं ने विद्यार्थियों को व्यक्तित्व विकास, मीडिया में करियर, रेडियो स्टेशन प्रबंधन, और प्रतिभा बनाम कौशल के विषय में मार्गदर्शन दिया।
कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव, प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी ने मुख्य वक्ताओं का सम्मान किया और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह ओरिएंटेशन बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने विद्यार्थियों को सलाह दी कि वे सभी वक्ताओं को ध्यान से सुनें, क्योंकि यह उनके भविष्य के लिए फायदेमंद होगा।
मुख्य वक्ता श्री महेंद्र जोशी ने व्यक्तित्व विकास पर चर्चा करते हुए कहा, “अगर आप वही करते रहेंगे जो कर रहे हैं, तो वही परिणाम मिलेगा जो पहले से मिल रहा है।” जोशी ने यह भी बताया कि आईआईटी और आईआईएम के छात्रों की सफलता का कारण उनकी अध्ययन की प्रतिबद्धता है।
द सूत्र के संपादक-in-चीफ, श्री आनंद पांडे ने बताया कि युवा कैसे मीडिया क्षेत्र में करियर बना सकते हैं। उन्होंने कहा, “अगर आप अपने ज्ञान, मेहनत और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ काम करेंगे, तो इस क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं।” उन्होंने विद्यार्थियों को नकारात्मकता से दूर रहने का सुझाव दिया, जिससे वे निरंतरता के साथ अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।
आरजे रूपक ने रेडियो स्टेशन प्रबंधन के विषय में बताया कि इस क्षेत्र में करियर कैसे बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि रेडियो स्टेशन में विभिन्न विभागों जैसे अकाउंट, मार्केटिंग और सेल्स टीम का काम कैसे होता है। उन्होंने यह भी बताया कि एक सफल रेडियो कार्यक्रम के लिए कार्यक्रम हेड, आरजे, कॉपी राइटर और प्रोमो प्रोड्यूसर की टीम के बीच समन्वय आवश्यक है।
श्री राजीव मिश्रा ने प्रसिद्ध खिलाड़ियों जैसे उसैन बोल्ट, सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी का उदाहरण देकर समझाया कि कैसे इन सभी ने अपनी प्रतिभा को कौशल के साथ जोड़ा और सफलता हासिल की।
इस कार्यक्रम में प्रो.(डॉ.) कंचन भाटिया, डॉ. मनीषा वर्मा, श्री प्रशांत पराशर और अन्य अतिथि शिक्षकों ने भी विशेष रूप से भाग लिया।
इस अभिमुखीकरण कार्यक्रम ने विद्यार्थियों को मीडिया क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया और उन्हें आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान किया।