भिंड, । उप संचालक कृषि राम सुजान शर्मा ने बताया है कि जिले में खरीफ में धान, बाजरा, और ज्वार फसलों के लिए पौषक प्रबंधन उर्वरक का उपयोग करते समय एनपीके और एसएसपी का अधिक से अधिक उपयोग करने की अपील की है।
उन्होंने बताया कि भिंड जिले में खेती में संतुलित मात्रा में पोषण प्रबंधन का महत्व अत्यंत उच्च है, जो फसलों के उच्चतम और गुणवत्ता पूर्ण उत्पादन के लिए आवश्यक है। उनके अनुसार, अधिकांश किसान भाइयों द्वारा फसलों में असंतुलित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग किया जाता है, जिससे मृदा की स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। उन्होंने फसलों के लिए वैज्ञानिक अनुशंसाओं के अनुसार उर्वरकों का प्रयोग करने की मांग की है, जो कम लागत में अधिक उत्पादन सुनिश्चित करते हैं।
उन्होंने विशेष रूप से धान, बाजरा, और ज्वार फसलों के लिए एनपीके का उपयोग सुनिश्चित करने की सलाह दी है, जो 12:32:16 और 16:16:16 फॉर्म्युलेशन में उपलब्ध है। यह उर्वरक फसलों के लिए अत्यधिक उपयुक्त होते हैं, क्योंकि इनमें फास्फोरस की अधिकतम मात्रा और पोटाश की अच्छी मात्रा होती है, जो फसल के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती है।
उप संचालक कृषि श्री शर्मा ने किसान भाइयों से अपील की है कि वे अपनी फसल के अनुसार अनुशंसित मात्रा में उर्वरक का प्रयोग करें और लागत को कम करते हुए अधिक उत्पादन प्राप्त करें।