
नई दिल्ली। हाल ही में प्रकाशित एक रिसर्च ने यह खुलासा किया है कि कौन से ब्लड ग्रुप के लोगों को स्ट्रोक का अधिक खतरा होता है। अगर आपका ब्लड ग्रुप इस रिसर्च में शामिल है, तो आपको अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करने और सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
रिसर्च में यह बताया गया है कि किसी भी व्यक्ति के ब्लड ग्रुप के आधार पर स्ट्रोक के जोखिम का अनुमान लगाया जा सकता है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने आनुवंशिकी और इस्केमिक स्ट्रोक पर आधारित कई रिसर्च का विश्लेषण किया। इस्केमिक स्ट्रोक तब होता है जब रक्त का थक्का मस्तिष्क में रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति को रोकता है। यह स्ट्रोक का सबसे आम प्रकार है, जो हर 10 मामलों में से 9 लोगों को प्रभावित करता है। आमतौर पर, खून के थक्के उन धमनियों में बनते हैं जो समय के साथ सिकुड़ जाती हैं।
रिसर्च में पाया गया कि ब्लड ग्रुप ए वाले लोगों में स्ट्रोक का खतरा 60 साल की उम्र से पहले 16 प्रतिशत अधिक होता है। ब्लड ग्रुप बी वाले लोगों को भी स्ट्रोक का खतरा थोड़ा अधिक था, जबकि ब्लड ग्रुप ओ वाले लोगों के लिए यह जोखिम सबसे कम था। हालांकि, रिसर्चर्स ने बताया कि कुछ ब्लड ग्रुप्स के लिए यह जोखिम मामूली था और चिंता की कोई बात नहीं है।
मैरीलैंड यूनिवर्सिटी की टीम द्वारा की गई इस स्टडी में 7,000 स्ट्रोक मरीजों और 6 लाख लोगों की हेल्थ की जांच की गई। इस स्टडी में पाया गया कि ब्लड ग्रुप ओ वाले लोगों को 60 साल की उम्र से पहले स्ट्रोक होने की संभावना 12 प्रतिशत कम थी, जबकि बी और एबी ब्लड ग्रुप्स पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा था। स्टडी में यह भी बताया गया कि ब्लड ग्रुप ए वाले लोगों में हर 16 मामलों में से एक मामला स्ट्रोक का सिर्फ उनके ब्लड ग्रुप के कारण हो सकता है।
रिसर्च के को-इन्वेस्टिगेटर और न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. स्टीवन किटनर ने कहा कि वर्तमान में लोग शुरुआती स्ट्रोक के लक्षण दिखा रहे हैं। स्ट्रोक के कारण मृत्यु दर बढ़ रही है और बचने वालों में दिव्यांगता देखी जा रही है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ब्लड ग्रुप ए को अधिक जोखिम क्यों है। चैरिटी स्ट्रोक एसोसिएशन में रिसर्च कम्यूनिकेशन और इंगेजमेंट की लीड डॉ. क्लेयर जोनास ने बताया कि यह नई स्टडी स्ट्रोक के आनुवंशिक जोखिम को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।