
भोपाल । 1 जुलाई से भारतीय न्याय संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) के लागू होने के बाद, भोपाल के 6 थानों में एक भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर पुलिस अधिकारी, नागरिक समूह और स्कूल-कॉलेज के छात्रों ने भारतीय कानूनों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए साझा किया। हर थाने में पोस्टर्स, स्टैंडी, बैनर और शॉर्ट फिल्मों के माध्यम से नए कानूनों के बारे में जानकारी दी गई।
टीला जमालपुरा थाने में भी जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां पुलिस अधिकारी ने नए कानूनों के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान वरिष्ठ अधिकारियों ने समूहों को वीडियोग्राफी के माध्यम से जागरूक किया।
महिला थाने में “पुलिस एवं जनता का संवाद” कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां महिलाओं को नए कानूनों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का मौका मिला। उन्हें यह बताया गया कि अब वीडयोग्राफी महिला संबंधी मामलों में अनिवार्य हो गई है।
चूना भट्टी थाने में भी नए कानूनों की जानकारी व्याख्यान द्वारा दी गई, जिसमें पॉक्सो एक्ट और बालकों से संबंधित कानूनों पर विस्तृत बहस हुई।
जहांगीराबाद, मिसरोद और अपराध थाने में भी नए कानूनों के संबंध में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें स्थानीय नागरिकों को जागरूक करने का प्रयास किया गया।
इन सभी थानों में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया और नए कानूनों के बारे में सारी समझ दी गई, जिससे नागरिकों की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा में सहायक हो सके।