एम्स भोपाल में राष्ट्रीय हेपेटाइटिस परीक्षण दिवस मनाया गया: समय पर जांच और जनजागरूकता पर दिया गया विशेष जोर

भोपाल, । एम्स भोपाल में 19 मई को राष्ट्रीय हेपेटाइटिस परीक्षण दिवस के अवसर पर एक विशेष जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह पहल संस्थान के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह के मार्गदर्शन में की गई, जिसका उद्देश्य नागरिकों में हेपेटाइटिस बी और सी जैसे घातक वायरल संक्रमणों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और समय पर परीक्षण को प्रोत्साहित करना था।
“मौन संक्रमण” की गंभीरता को समझना जरूरी
कार्यक्रम में यह स्पष्ट किया गया कि हेपेटाइटिस एक “साइलेंट इन्फेक्शन” (मौन संक्रमण) है, जिसकी पहचान अगर समय रहते न हो, तो यह लिवर सिरोसिस, लिवर फेलियर और लिवर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम में निःशुल्क परीक्षण शिविर, स्वास्थ्य परामर्श और जनसंवाद सत्रों का आयोजन किया गया।
प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा कि “हेपेटाइटिस की समय पर जांच और उपचार न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को सुरक्षित करता है, बल्कि यह संक्रमण के फैलाव की कड़ी को तोड़ने में भी सहायक होता है। एम्स भोपाल जनस्वास्थ्य की दिशा में लगातार कार्य कर रहा है, और ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से हम समुदाय को सशक्त बनाने का प्रयास कर रहे हैं।”
संस्थान की अपील
एम्स भोपाल ने आमजन से अपील की है कि वे संस्थान द्वारा उपलब्ध निःशुल्क परीक्षण सुविधाओं का लाभ उठाएं, हेपेटाइटिस के लक्षणों को नजरअंदाज न करें, और संक्रमण से बचाव हेतु सही जानकारी प्राप्त करें। संस्थान का यह प्रयास न केवल रोगों की प्राथमिक पहचान में सहायक है, बल्कि समाज को स्वास्थ्य के प्रति अधिक सजग बनाने की दिशा में भी एक प्रभावशाली कदम है।