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3 महीने में 275 शिविरों में 40,000 से अधिक लाभार्थियों को मिली समग्र स्वास्थ्य सेवाएं

भोपाल: स्वास्थ्य विभाग, जिला भोपाल द्वारा प्रत्येक लाभार्थी को उसकी आवश्यकता के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए निरंतर नवाचार किए जा रहे हैं। पिछले तीन महीनों में, 275 विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया है, जिससे 40,000 से अधिक नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिला है। इन शिविरों के माध्यम से नागरिकों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी किया गया ताकि वे बीमारियों से बच सकें और लक्षणों की पहचान कर समय पर उपचार ले सकें।

महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ:

– **आयुष्मान कार्ड:** 1571 कार्ड बनाए गए
– **आभा आईडी:** 2544 आईडी जारी की गई
– **वयस्क बीसीजी टीकाकरण:** 2074 लोगों को टीके लगाए गए

विशेष शिविरों का आयोजन:

मई महीने में 10 दिवसीय श्रमिक पीठ शिविर, 5 दिवसीय रैन बसेरा शिविर और गल्ला मंडी शिविर आयोजित किए गए, जो नागरिकों के कामकाजी माहौल और रहने के स्थान के नजदीक लगाए गए थे। 27 जून से 18 जुलाई तक प्रत्येक गुरुवार को तंग बस्तियों में शिविर आयोजित किए गए।

शिविरों का समय और स्थान:

शिविरों का समय लाभार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रखा गया। स्वास्थ्य सेवाएं सुबह 9:00 से दोपहर 2:00 बजे और शाम को 5:00 से 6:00 बजे तक दी जाती हैं। विशेष शिविर सुबह 9:00 बजे से पहले और शाम 6:00 बजे के बाद लगाए गए ताकि लोग अपने कामकाज से पहले या बाद में स्वास्थ्य सेवाएं ले सकें।

रोग परीक्षण और जागरूकता:

इन शिविरों में बीमारियों के चिन्हांकन, उपचार, रेफरल और फॉलोअप सुनिश्चित किया गया है। असंचारी रोगों का परीक्षण, आंखों की जांच, वयस्क बीसीजी टीकाकरण, आयुष्मान कार्ड, आभा कार्ड, मलेरिया, क्षय रोग और कुष्ठ रोग की स्क्रीनिंग की गई। गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, पंजीयन और अपडेशन भी सुनिश्चित किया गया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का वक्तव्य:

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल, डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि निर्धन और वंचित तबके के लोग अपने काम की व्यस्तता के कारण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं ले पाते। ऐसे लोगों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए भोपाल के विभिन्न स्थानों पर पिछले 3 महीनों से विशेष शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। शिविरों में चिन्हित मरीजों को नजदीकी स्वास्थ्य संस्थाओं में उपचार दिया जा रहा है और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों का नियमित फॉलोअप किया जा रहा है।

रोग पहचान और उपचार:

– **उच्च रक्तचाप:** 16,262 लोगों की स्क्रीनिंग में 480 मामलों में बढ़ा हुआ रक्तचाप पाया गया।
– **डायबिटीज:** 16,805 लोगों की जांच में 398 मामलों में बढ़ा हुआ ब्लड शुगर पाया गया।
– **गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच:** 459 महिलाओं की जांच में 11 में गंभीर एनीमिया और 5 में प्रेगनेंसी इंड्यूस्ड हाइपरटेंशन पाया गया। इन महिलाओं की निशुल्क उपचार व्यवस्था की गई है।
– **बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण:** 721 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और 173 बच्चों को नियमित टीकाकरण में टीके लगाए गए।

आगामी महीने में भी इन शिविरों का आयोजन जारी रहेगा ताकि अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।

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