
भोपाल। कोहेफिजा पुलिस ने सराफा व्यापारी जितेन्द्र वलेछा पर हुए जानलेवा हमले का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी समीर खान, सुनील सोनी और उजैर खान उर्फ हबीब को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने घटना को लूट का स्वरूप देने का प्रयास किया था ताकि पुलिस को चकमा दिया जा सके और शहर के बदमाशों में अपना वर्चस्व जमाया जा सके।
घटना का विवरण
सराफा व्यापारी जितेन्द्र वलेछा, जो बैरागढ़, भोपाल के निवासी हैं, रात 10 बजे अपनी दुकान बंद कर घर लौट रहे थे। इस दौरान ईसाई कब्रिस्तान के पास दो मोटरसाइकिल सवार अज्ञात आरोपियों ने धारदार हथियारों से उन पर जानलेवा हमला किया, जिससे उनकी गर्दन और हाथ पर गंभीर चोटें आईं। फरियादी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस की कार्रवाई
शहर में गंभीर घटनाओं पर लगाम लगाने के निर्देशों के तहत, पुलिस उपायुक्त जोन-3 रियाज इकबाल और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शालिनी दीक्षित ने विशेष दिशा-निर्देश दिए। सहायक पुलिस आयुक्त शाहजहानाबाद निहित उपाध्याय के निर्देशन में एक टीम बनाई गई। टीम ने फरियादी की दुकान से घर तक के रास्ते में लगे 100-125 कैमरों की फुटेज खंगाली और साइबर सेल की तकनीकी सहायता से संदिग्धों के मोबाइल नंबरों की जांच की।
आरोपियों की गिरफ्तारी
मुखबिर की सूचना पर आरोपियों समीर खान, उजैर खान, अबरेज उर्फ बाबर, यासिन अली उर्फ अमान और अब्बास रजा को गिरफ्तार किया गया। पुलिस की बारिकी से की गई जांच से पता चला कि आरोपियों ने घटना को लूट का स्वरूप देने की कोशिश की थी।
न्यायालय में पेशी
पुलिस ने साक्ष्य संकलित कर फिरौती देने वाले सुनील सोनी और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी प्राप्त कर उनसे शहर में घटी अन्य घटनाओं के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
भोपाल में सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम:
– **पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई**: आरोपी जल्द ही गिरफ्तार कर लिए गए।
– **तकनीकी सहायता**: साइबर सेल से तकनीकी सहायता लेकर संदिग्धों की पहचान की गई।
– **सुरक्षा के उपाय**: पुलिस ने घटनास्थल और संबंधित स्थानों पर लगे कैमरों की फुटेज का विस्तृत विश्लेषण किया।
इस तरह, पुलिस की सतर्कता और तत्परता से भोपाल में कानून व्यवस्था को मजबूती मिली है और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।