भोपाल। बांधवगढ़ नेशनल पार्क में पदस्थ महिला रेंजर पुष्पा सिंह पर आरोप है कि उन्होंने नियमों का उल्लंघन कर दो-दो शासकीय आवास पर अवैध कब्जा कर रखा है। इसमें एक आवास बांधवगढ़ में और दूसरा डिंडोरी वन मंडल के करंजिया में स्थित है। पिछले एक साल से पुष्पा सिंह ने करंजिया रेंज के शासकीय आवास पर कब्जा कर रखा है, जबकि उनका तबादला 25 सितंबर 2023 को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हो चुका था। डीएफओ डिंडोरी ने कई बार आवास खाली करने के लिए नोटिस भेजे, लेकिन कोई असर नहीं पड़ा।
अब एसडीएम बजाग ने मध्यप्रदेश लोक परिषर (बेदखली) 1974 की धारा 4 (1) के तहत नोटिस जारी किया है। डीएफओ के नोटिस के बावजूद जब आवास खाली नहीं हुआ, तब एपीसीसीएफ प्रदीप वासुदेवा की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई थी, लेकिन पुष्पा सिंह की अनुपस्थिति के कारण बैठक में कोई निर्णय नहीं हो सका।
पुष्पा सिंह विवादों की घेरे में रहीं हैं। डिंडोरी वन मंडल में रहते हुए उन पर आर्थिक गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे थे, जिसमें उन्होंने सड़क निर्माण में अनियमितता की थी। शहडोल में भी रेत माफिया से संबंधित एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद उन्हें निलंबित किया गया था। सूत्रों के मुताबिक, पुष्पा सिंह अपने राजनीतिक प्रभाव का उपयोग कर करंजिया रेंज में वापसी का प्रयास कर रही हैं और मंत्रालय में पदस्थ कुछ अफसर उनकी मदद भी कर रहे हैं।