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नींद की कमी से जूझ रहे उद्यमियों के लिए हार्टफुलनेस और TiE Global की पहल

विश्व निद्रा दिवस पर सर्वेक्षण: 55% स्टार्टअप संस्थापक नींद की समस्या से जूझ रहे

हैदराबाद, ।  नींद की कमी आज के उद्यमियों के लिए एक गंभीर समस्या बन चुकी है। हार्टफुलनेस और TiE Global द्वारा विश्व निद्रा दिवस के अवसर पर जारी एक सर्वेक्षण में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई और पुणे के 260 उत्तरदाताओं (200 से अधिक स्टार्टअप संस्थापक और 50+ टेक प्रोफेशनल्स) पर किए गए इस सर्वे में यह पाया गया कि 55% उद्यमी और स्टार्टअप संस्थापक नींद की समस्या से जूझ रहे हैं। 40% पेशेवर तनाव, बुरे सपने और पर्यावरणीय गड़बड़ी के कारण सही नींद नहीं ले पा रहे। 83% उत्तरदाता सोने से पहले मोबाइल का उपयोग करते हैं, जिससे उनकी नींद प्रभावित होती है। 4 में से 1 उद्यमी प्रति रात 6 घंटे से भी कम सोता है, जो स्वस्थ जीवन के लिए पर्याप्त नहीं है। 80% पेशेवर मानते हैं कि खराब नींद उनके काम की गुणवत्ता, उत्पादकता और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित कर रही है।

तनाव और नींद की समस्या के पीछे कारण

उद्यमियों के लिए नींद की कमी सिर्फ थकान नहीं, बल्कि व्यवसाय पर सीधा असर डालने वाली समस्या है।
लंबे कार्य घंटे और उच्च दबाव वाले निर्णय
फंडिंग की अनिश्चितता और टीम प्रबंधन की चुनौतियाँ
डिजिटल स्क्रीन (मोबाइल/लैपटॉप) का अत्यधिक उपयोग
तनाव और चिंता का बढ़ता स्तर

हार्टफुलनेस के मार्गदर्शक श्रद्धेय दाजी ने इस समस्या पर प्रकाश डालते हुए कहा:
“नींद केवल आराम नहीं, बल्कि मन, शरीर और आत्मा को पुनर्जीवित करने का अवसर है। गहरी नींद से रचनात्मकता, स्पष्टता और मानसिक शांति बढ़ती है, जिससे उद्यमी बेहतर निर्णय ले सकते हैं।”


हार्टफुलनेस और TiE Global का समाधान: स्वस्थ नींद कार्यशालाएँ

इस बढ़ती समस्या को देखते हुए हार्टफुलनेस और TiE Global ने नींद सुधारने के लिए विशेष कार्यशालाओं की घोषणा की है।
पहली कार्यशाला: 21 मार्च 2025, रात 8:30 बजे (IST) वर्चुअल सेशन
TiE Global Conferences 2025 में वैश्विक कार्यशालाएँ
विशेष सत्र: तनाव प्रबंधन, ध्यान अभ्यास और समग्र कल्याण तकनीकें

TiE Global के अध्यक्ष मुरली बुक्कापटनम ने कहा “उद्यमी अक्सर सफलता की तलाश में नींद का त्याग कर देते हैं, लेकिन यह सर्वेक्षण दिखाता है कि पर्याप्त नींद न लेना उनके प्रदर्शन और निर्णय क्षमता को कमजोर करता है। हम हार्टफुलनेस के साथ मिलकर ऐसी कार्यशालाएँ आयोजित करेंगे, जो उद्यमियों को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद करेंगी।”

नींद और प्रदर्शन के बीच सीधा संबंध

हाल के शोध बताते हैं कि हर 45 मिनट की कम नींद से निर्णय लेने की क्षमता 5-10% तक घटती है।  अपर्याप्त नींद रचनात्मकता, अवसर पहचान और समस्या समाधान कौशल को प्रभावित करती है।  उच्च दबाव वाले उद्योगों में नींद की कमी कार्यस्थल संबंधों को भी नुकसान पहुँचाती है।

हार्टफुलनेस के अभ्यासी और वेलस्पैन यॉर्क अस्पताल के विशेषज्ञ डॉ. जयराम थिम्मापुरम ने कहा “तनाव और नींद की समस्या समाज के हर क्षेत्र को प्रभावित कर रही है। हार्टफुलनेस ध्यान तकनीक ने सिद्ध किया है कि यह तनाव को कम करने, बर्नआउट रोकने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में प्रभावी है।”

कैसे सुधारें अपनी नींद की गुणवत्ता?

सोने से 1 घंटे पहले डिजिटल स्क्रीन का उपयोग न करें।
हर दिन एक निश्चित समय पर सोने और जागने की आदत डालें।
रात में 7-8 घंटे की नींद पूरी करने का लक्ष्य रखें।
ध्यान और श्वास अभ्यास से तनाव को कम करें।
हार्टफुलनेस द्वारा आयोजित कार्यशालाओं में भाग लें।

निष्कर्ष:

नींद की कमी से उद्यमियों का प्रदर्शन प्रभावित हो रहा है। तनाव, डिजिटल स्क्रीन और अनियमित जीवनशैली मुख्य कारण हैं।  हार्टफुलनेस और TiE Global कार्यशालाओं के माध्यम से इस समस्या का समाधान पेश कर रहे हैं। नियमित ध्यान और स्वस्थ आदतों से नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है।

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