
10 सेमी सूज चुकी थी पेट की महाधमनी, समय रहते सर्जरी से बची जान
भोपाल, । एम्स भोपाल ने एक और चिकित्सकीय उपलब्धि हासिल करते हुए 60 वर्षीय किसान की जान बचाने वाली जटिल कार्डियोथोरेसिक सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी की है। यह किसान सागर जिले से हैं और वे पिछले एक साल से पेट दर्द से परेशान थे। कई अस्पतालों में परामर्श के बाद पता चला कि उनकी पेट की महाधमनी (एब्डॉमिनल एऑर्टा) में 10 सेंटीमीटर की खतरनाक सूजन (एऑर्टिक एन्यूरिज्म) हो चुकी थी, जो कभी भी फट सकती थी।
अंततः जब कहीं से राहत नहीं मिली, तो वे एम्स भोपाल के सीटीवीएस (कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी) विभाग में पहुँचे। यहाँ परीक्षण के बाद विशेषज्ञों की टीम ने तत्काल सर्जरी का निर्णय लिया। जटिल ऑपरेशन के तहत सूजनग्रस्त महाधमनी को हटा कर कृत्रिम नली (ग्राफ्ट) से उसकी मरम्मत की गई। ऑपरेशन के बाद मरीज को आईसीयू में निगरानी में रखा गया, और अब उनकी हालत स्थिर है तथा लगातार सुधार हो रहा है।
एम्स की टीम और नेतृत्व
इस जटिल सर्जरी का नेतृत्व कार्डियोथोरेसिक विभाग प्रमुख डॉ. योगेश निवारिया ने किया। सर्जिकल टीम में डॉ. एम किशन, डॉ. सुरेंद्र सिंह यादव, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ. विक्रम वट्टी और डॉ. आदित्य सिरोही शामिल थे। यूरोलॉजी विभाग से डॉ. केतन मेहरा और एनेस्थीसिया विभाग से डॉ. प्रणिता मंडल ने भी अहम भूमिका निभाई।
एम्स भोपाल की प्रतिबद्धता: विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवा
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा कि “यह सर्जरी न केवल चिकित्सा क्षेत्र में हमारे कौशल का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि एम्स भोपाल ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को भी जीवन रक्षक और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा देने में सक्षम है। हमारी प्राथमिकता है कि हर जरूरतमंद को समय पर विशेषज्ञ इलाज मिले और वह एक नई उम्मीद के साथ जीवन जी सके।”